भारत ने राक्षसी वृत्ति को आतंकवाद के रूप में माना, उसके खिलाफ लड़ाई जारी : योगी आदित्यनाथ

भारत ने राक्षसी वृत्ति को आतंकवाद के रूप में माना, उसके खिलाफ लड़ाई जारी : योगी आदित्यनाथ

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  • Publish Date - November 28, 2025 / 03:25 PM IST,
    Updated On - November 28, 2025 / 03:25 PM IST

लखनऊ, 28 नवंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि भारत ने आतंकवाद को राक्षसी वृत्ति के रूप में माना है और उसके खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है।

योगी आदित्‍यनाथ ने लखनऊ के सुलतानपुर मार्ग स्थित ब्रह्माकुमारी राजयोग सेंटर गुलजार उपवन में राज्‍य स्‍तरीय वार्षिक ”विश्व एकता एवं विश्वास के लिए ध्यान (योग)” समारोह की राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा शुरुआत किये जाने के मौके पर अपने संबोधन में कहा, ”जीवन का एक पक्ष सकारात्मकता की तरफ ले जाकर अच्छे कार्य की प्रेरणा देता है तो दूसरा पक्ष नकारात्मकता की तरफ लेकर जाता है। भारत की परंपरा ने राक्षसी वृत्ति को आतंकवाद के रूप में माना है और भौतिक-आध्यात्मिक रूप से उसके खिलाफ लड़ाई भी लड़ रहा है।”

योगी ने कहा कि ”भारत की ऋषि परंपरा की मान्यता रही है कि व्यक्ति के बंधन और मोक्ष का कारण उसका मन है। सद्गुरु रविदास जी ने भी कहा था कि मन चंगा तो कठौती में गंगा, यानी मन की बहिर्मुखी वृत्ति को जो व्यक्ति अंतर्मुखी कर लेगा, वह न केवल आत्मिक संतुष्टि का लाभ प्राप्त कर सकता है, बल्कि विश्व कल्याण का मार्ग भी प्रशस्त कर सकता है।”

मुख्यमंत्री ने कहा, ”दुनिया में आज जो आतंकवाद, उपद्रव व अराजकता है, इसके पीछे मन की चंचल वृत्तियां हैं। जहां भी अराजकता देखने को मिलती है, उसके पीछे वह बहिर्मुखी वृत्तियां हैं, जो उसे नकारात्मकता की तरफ लेकर जाती हैं।”

उन्होंने कहा कि 2014 में मोदी जी ने प्रधानमंत्री के रूप में देश का नेतृत्व संभालने के बाद भारत की योग की विधा को संयुक्त राष्ट्र से मान्यता दिलाकर 21 जून को विश्व योग दिवस के रूप में मान्यता दिलाई थी। पूरा भारत प्रधानमंत्री जी के प्रति हृदय से आभारी है कि उन्होंने ऋषि परंपरा के ‘प्रसाद’ योग विधा को वैश्विक मान्यता दिलाई।

योगी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का स्वागत करते हुए कहा कि राष्ट्रपति का जीवन शिक्षक के रूप में भी प्रेरणादायी रहा है। उन्होंने अपना जीवन शिक्षक के रूप में आगे बढ़ाया, फिर जनसेवा के भाव से पार्षद से लेकर राष्ट्रपति भवन तक की यात्रा की। उनकी यह यात्रा संघर्ष की बड़ी गाथा है, जो हर भारतीय के लिए नयी प्रेरणा है।

मुख्यमंत्री ने प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय से जुड़ी बहनों और पदाधिकारियों का अभिनंदन करते हुए कहा कि आज भी अपने कार्यक्रमों और राजयोग के माध्यम से निरंतर सकारात्मक भाव का संचार कर रहे हैं।

योगी ने राजयोग के प्रशिक्षण की दृष्टि से लखनऊ के प्रशिक्षण केंद्र की सराहना करते हुए कहा कि यह शानदार केंद्र लगभग बनकर तैयार हो चुका है। यह उत्तर प्रदेश का उत्तम प्रशिक्षण केंद्र बन सकता है। जहां से एक दिन, तीन दिन व साप्ताहिक प्रशिक्षण कार्यक्रम के साथ समाज को जोड़ने का माध्यम प्राप्त होगा।

मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि ब्रह्माकुमारी इस थीम को वर्ष भर प्रदेश, देश व दुनिया में ले जाने में सफल होगा।

भाषा

आनन्द

रवि कांत