Lucknow Terrorists News: आतंकियों के निशाने पर बड़े मंदिर! ‘प्रसाद’ के जरिए तबाही मचाने वाले प्लान का खुलासा

Lucknow Terrorists News खुरासान मॉड्यूल से जुड़े डॉक्टर मोहिउद्दीन, लखीमपुर खीरी के सोहेल और शामली के आजाद सैफी ने खुद यह बात कबूला है कि वे नई दिल्ली, लखनऊ और अहमदाबाद के प्रमुख मंदिरों में आने वाले भक्तों को ‘प्रसाद’ के जरिए निशाना बनाने की फिराक में थे।

Lucknow Terrorists News: आतंकियों के निशाने पर बड़े मंदिर! ‘प्रसाद’ के जरिए तबाही मचाने वाले प्लान का खुलासा

image source: The Defence Horizon Journal

Modified Date: November 13, 2025 / 06:25 pm IST
Published Date: November 13, 2025 5:36 pm IST
HIGHLIGHTS
  • मंदिरों के प्रसाद में जहर मिलाने का प्लान
  • अहमदाबाद से गिरफ्तार तीन आतंकियों का सनसनीखेज खुलासा
  • नई दिल्ली, लखनऊ और अहमदाबाद के प्रमुख मंदिर निशाने पर

लखनऊ: Lucknow Terrorists News, अहमदाबाद से गिरफ्तार तीन आतंकियों ने सनसनीखेज खुलासा किया है। एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) की कार्रवाई में ये आतंकी पकड़े गए थे। खुरासान मॉड्यूल से जुड़े डॉक्टर मोहिउद्दीन, लखीमपुर खीरी के सोहेल और शामली के आजाद सैफी ने खुद यह बात कबूला है कि वे नई दिल्ली, लखनऊ और अहमदाबाद के प्रमुख मंदिरों में आने वाले भक्तों को ‘प्रसाद’ के जरिए निशाना बनाने की फिराक में थे।

दरअसल, प्रसाद में ‘रिसिन’ एक जानलेवा केमिकल मिलाकर ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान लेने की प्लानिंग की गई थी। सूत्रों की माने तो ये तीनों आरोपी अफगानिस्तान में बैठे हैंडलर अबू खदीजा के सीधे संपर्क में थे। उनके मोबाइल फोन सेमंदिरों की रेकी, फोटो और वीडियो के साथ रिसिन बनाने की विस्तृत जानकारी मिली है।गिरफ्तारी के दौरान आरोपियों से खतरनाक केमिकल रिसिन का स्टॉक भी जब्त किया गया, जो जैविक हथियार की श्रेणी में आता है।

मंदिरों के प्रसाद में जहर मिलाने का प्लान

ATS की पूछताछ में सोहेल और आजाद ने बताया कि उन्होंने पिछले कुछ महीनों में लखनऊ के हनुमान सेतु मंदिर, अहमदाबाद के जगन्नाथ मंदिर और दिल्ली के कुछ प्रमुख धार्मिक स्थलों की रेकी की थी। उनका प्लान यह था कि मंदिरों में बांटे जाने वाले प्रसाद में रिसिन मिलाकर मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को खिलाया जाए। रिसिन एक ऐसा खतरनाक रसायन है जो कि एक छोटी सी मात्रा में भी इंसान की जान ले सकता है।

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Lucknow Terrorists News, आरोपियों ने यह भी स्वीकार ​किया है कि हैंडलर ने उन्हें निर्देश दिया था कि “धार्मिक स्थलों पर हमला कर दहशत फैलाओ, ताकि समाज में विभाजन हो।” रिसिन को प्रसाद में मिलाने की ट्रेनिंग उन्हें ऑनलाइन दी गई थी। एटीएस को शक है कि यह प्लान त्योहारों या बड़े मेलों के दौरान अंजाम दिया जा सकता था।

यूपी के मदरसा से हाफिज की तामील

बता दें कि सोहेल और आजाद दोनों मुजफ्फरनगर के एक मदरसे से हाफिज की पढ़ाई पूरी कर चुके हैं। इसके बाद वे सोशल मीडिया पर कट्टरपंथी सामग्री से प्रभावित हुए और खुरासान मॉड्यूल से जुड़ गए। डॉक्टर मोहिउद्दीन, जो पेशे से चिकित्सक हैं, केमिकल की जानकारी होने के कारण मॉड्यूल में अहम भूमिका निभा रहे थे। वे रिसिन तैयार करने के लिए जिम्मेदार थे।

यूपी एटीएस की एक टीम अभी भी गुजरात में डेरा डाले हुए है। सोहेल और आजाद के यूपी नेटवर्क को खंगाला जा रहा है। लखीमपुर, शामली, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर में उनके संपर्कों पर छापेमारी चल रही है। एटीएस को शक है कि मॉड्यूल में और भी लोग शामिल हो सकते हैं, जिन्हें हथियार और फंडिंग की सप्लाई दी जा रही थी।

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com