Saharanpur News: ‘मुझे मुल्ली और आतंकवादी कहा’.. शिव मंदिर टूटने पर भावुक हुईं ये मुस्लिम महिला सांसद, बोलीं- ऐसे लोगों को नहीं करूंगी माफ

मुझे मुल्ली और आतंकवादी कहा.. शिव मंदिर टूटने पर भावुक हुईं ये मुस्लिम महिला सांसद, Muslim woman MP Iqra Hasan became emotional after the demolition of the Shiva temple

Saharanpur News: ‘मुझे मुल्ली और आतंकवादी कहा’.. शिव मंदिर टूटने पर भावुक हुईं ये मुस्लिम महिला सांसद, बोलीं- ऐसे लोगों को नहीं करूंगी माफ

Saharanpur News. Image Source- Viral Video Grab

Modified Date: October 16, 2025 / 12:08 am IST
Published Date: October 15, 2025 6:49 pm IST

सहारनपुरः Saharanpur News: मंदिर तोड़े जाने को लेकर विवाद के बीच कैराना सांसद इकरा हसन बुधवार को सहारनपुर जिले के छापुर गांव पहुंची। उन्होंने ग्रामीणों के साथ बैठक की और कई मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि छापुर गांव में शिव मंदिर तोड़ा गया। मुझे इससे दुख पहुंचा है। मंदिर को तोड़ने जैसी घटना बर्दाश्त के काबिल नहीं है। उन्होंने पूर्व सांसद प्रदीप चौधरी पर निशाना साधते हुए कहा कि आजकल लोग नफरत फैलाने की राजनीति कर रहे हैं। ऐसे लोग समाज को तोड़ रहे हैं। BJP के पूर्व सांसद के समर्थक ने मुझे आतंकवादी और मुल्ली कहा। मेरे पिता और भाई तक को गाली दी गई। यह सिर्फ मेरा नहीं पूरे समाज की महिलाओं का अपमान है। एक तरफ सरकार बहनों-बेटियों को सम्मान देने की बात करती है। दूसरी तरफ महिलाओं को गालियां दी जाती हैं। यह दोहरा चरित्र अब नहीं चलेगा। मैं दबकर राजनीति नहीं करूंगी। जो समाज को तोड़ेंगे। उन्हें मैं कभी नहीं छोड़ूंगी।

 Saharanpur News: बता दें कि 3 अक्टूबर को गंगोह क्षेत्र के छापुर गांव में शिव मंदिर खंडित किया गया था। इसको लेकर हिंदू सुरक्षा सेवा संघ के जिलाध्यक्ष रोहित प्रधान ने संगठन के लड़कों के साथ बाइक पर विरोध प्रदर्शन किया था। इसमें सांसद इकरा हसन के खिलाफ नारेबाजी की। इकरा हसन मुर्दाबाद के नारे लगाए और उन्हें गालियां दीं। प्रदर्शन को फेसबुक पर लाइव किया गया था। आरोपी रोहित प्रधान पर केस हुआ था। FIR होने के बाद आरोपी रोहित प्रधान ने एक वीडियो जारी किया था। जिसमें उन्होंने सांसद इकरा हसन से माफी मांगी है। उन्होंने ये कहा कि मेरे द्वारा किसी भी अभद्र भाषा का प्रयोग नहीं किया गया है। मेरे द्वारा सिर्फ हर-हर महादेव के नारे जरूर लगाए गए है। लेकिन कुछ युवाओं ने जरूर अभद्र भाषा का प्रयोग किया है, जिसके लिए वे क्षमा प्रार्थी है।

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इकरा बोलीं- मैंने कभी धर्म या व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं की

इकरा ने कहा कि मैं राजनीतिक परिवार से हूं। मेरे परिवार ने हमेशा लोकतांत्रिक मूल्यों का सम्मान किया है। राजनीति का स्तर अब गिर गया है। हमारे विरोधी परिवार से मतभेद जरूर रहे, लेकिन कभी किसी ने व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं की। अब जो हो रहा है, वह राजनीति नहीं, नफरत फैलाने की कोशिश है। इकरा ने कहा- मुझे प्रशासन की ओर से फोन आया था कि वे छापुर न जाएं। लेकिन मैंने कहा कि यह मेरा इलाका है। मैं क्यों न जाऊं? मैं राजनीति की नहीं, समाज की बात करने आई हूं। कोमल गुर्जर पर की गई अभद्र टिप्पणी की मैं निंदा करती हूं। मुझ पर जो अभद्र टिप्प्णी की गई, उस मामले में एसएसपी ने खुद ही मुझे फोन कर तहरीर मांगी थी। उन्होंने कहा कि मेरा धर्म, मेरा समाज और मेरी जिम्मेदारी सब मुझे साथ लेकर चलना सिखाते हैं।

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लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।