उप्र में 27 फरवरी को होने वाले राज्यसभा चुनाव में रहेगी कड़ी प्रतिस्पर्धा |

उप्र में 27 फरवरी को होने वाले राज्यसभा चुनाव में रहेगी कड़ी प्रतिस्पर्धा

उप्र में 27 फरवरी को होने वाले राज्यसभा चुनाव में रहेगी कड़ी प्रतिस्पर्धा

:   Modified Date:  February 26, 2024 / 09:32 AM IST, Published Date : February 26, 2024/9:32 am IST

(अरुणव सिन्हा)

लखनऊ, 26 फरवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले ही 27 फरवरी यानी मंगलवार को होने वाले राज्यसभा चुनाव में कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी, जिसमें 10 सीट के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आठ और विपक्षी समाजवादी पार्टी (सपा) ने तीन उम्मीदवार उतारे हैं।

ऐसा माना जा रहा है कि देश में आम चुनाव से ठीक पहले हो रहे राज्यसभा चुनाव के नतीजों का राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश पर प्रभाव पड़ेगा।

सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) के पास क्रमशः सात और तीन सदस्यों को निर्विरोध राज्यसभा भेजने के लिए विधानसभा सदस्यों का पर्याप्त संख्या बल है, लेकिन भाजपा ने अपने आठवें उम्मीदवार के रूप में संजय सेठ को मैदान में उतारा है, जिससे एक सीट पर कड़ी प्रतिस्पर्धा होने की संभावना है।

स्थानीय उद्योगपति और पूर्व सपा नेता सेठ 2019 में भाजपा में शामिल हुए थे। सेठ ने गत दिनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में अपना नामांकन दाखिल किया था।

राज्यसभा की 10 सीट के लिए मंगलवार को मतदान होगा और उसी दिन नतीजे भी घोषित कर दिये जायेंगे।

कुल 403 सदस्यीय राज्य विधानसभा में भाजपा और सपा क्रमशः 252 विधायकों और 108 विधायकों के साथ दो सबसे बड़े दल हैं। सपा की गठबंधन सहयोगी कांग्रेस के पास दो सीट हैं। भाजपा की सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) को 13, निषाद पार्टी को छह, राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) को नौ, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) को छह, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक को दो और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को एक सीट मिली है। फिलहाल विधानसभा में चार सीट खाली हैं।

भाजपा द्वारा मैदान में उतारे गए सात अन्य उम्मीदवार पूर्व केंद्रीय मंत्री आर पी एन सिंह, पूर्व सांसद चौधरी तेजवीर सिंह, पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के महासचिव अमरपाल मौर्य, पूर्व राज्य मंत्री संगीता बलवंत (बिंद), पार्टी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी, पूर्व विधायक साधना सिंह और आगरा के पूर्व महापौर नवीन जैन हैं।

सपा ने अभिनेत्री-सांसद जया बच्चन, सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी व राज्य के पूर्व मुख्य सचिव आलोक रंजन और दलित नेता रामजी लाल सुमन को मैदान में उतारा है।

एक अधिकारी ने बताया कि उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के लिए निर्वाचित होने के लिए एक उम्मीदवार को लगभग 37 प्रथम वरीयता मतों की आवश्यकता होगी। राज्यसभा चुनाव के बारे में विस्तार से बताते हुए निर्वाचन अधिकारी बृजभूषण दुबे ने कहा, ‘एक उम्मीदवार को जीत दर्ज करने के लिए 36.37 प्रथम वरीयता वोट की आवश्यकता होगी। वर्तमान में, उत्तर प्रदेश विधानसभा में 399 विधायक हैं।’

यह पूछे जाने पर कि क्या जेल में बंद तीन विधायक भी राज्यसभा चुनाव में मतदान कर सकेंगे, दुबे ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि यह अदालत और संबंधित राजनीतिक दल द्वारा तय किया जाएगा।

सपा विधायक इरफान सोलंकी एवं रमाकांत यादव और सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी जेल में हैं। दुबे ने कहा कि विधायक गेट सात से प्रवेश करेंगे, कमरा 80 से मतपत्र लेंगे और वोट डालने के लिए तिलक हॉल जाएंगे।

उन्होंने कहा, ‘मतदान मंगलवार सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक होगा। मतगणना शाम पांच बजे से शुरू होगी और नतीजे मंगलवार रात को ही घोषित होने की संभावना है।’

राज्यसभा चुनाव में भाजपा के प्रदर्शन पर भरोसा जताते हुए मौर्य ने पीटीआई-भाषा से कहा, ”भाजपा के सभी उम्मीदवार राज्यसभा चुनाव में जीत दर्ज करेंगे।”

विधानसभा में समाजवादी पार्टी के मुख्य सचेतक मनोज पांडेय ने कहा कि सभी सपा विधायक राज्यसभा चुनाव में पार्टी के उम्मीदवारों के लिए मतदान करेंगे।

यह पूछे जाने पर कि क्या सपा उम्मीदवारों के लिए अंतत: एक वोट की कमी पड़ सकती है, पांडेय ने कहा, ‘‘हमारे वोट कम कैसे रहेंगे? हमारे लोगों ने सुभासपा और रालोद से (2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव) लड़ा था और मूल रूप से वे सपा से हैं।”

पांडेय ने विश्वास जताया कि सुभासपा (सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी) और रालोद (राष्ट्रीय लोक दल) के विधायक सपा उम्मीदवारों को वोट देंगे। दोनों दल भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल हो गए हैं।

समाजवादी पार्टी की सहयोगी अपना दल (कमेरावादी) नेता पल्लवी पटेल ने पहले कहा था कि वह राज्यसभा चुनाव में मतदान नहीं करेंगी क्योंकि वह बच्चन और रंजन को मैदान में उतारने के सपा के फैसले से सहमत नहीं हैं।

उन्होंने रविवार को ‘पीटीआई-भाषा’ कहा था, ‘मैं राज्यसभा चुनाव में मतदान करूंगी। यह मेरा अधिकार और कर्तव्य है, लेकिन मैंने अभी तक तय नहीं किया है कि उम्मीदवार कौन होगा।’

यह पूछे जाने पर कि क्या जेल में बंद दोनों सपा विधायक अपना वोट डालेंगे, पांडेय ने कहा, ‘पार्टी उन्हें लखनऊ लाने का प्रयास कर रही है ताकि वे अपना वोट डाल सकें।’

राज्य के पूर्व मुख्य सचिव और सपा उम्मीदवार रंजन ने पीटीआई-भाषा से कहा, ”पार्टी द्वारा मैदान में उतारे गए सभी तीन उम्मीदवार राज्यसभा चुनाव में विजयी होंगे।”

उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव या विधानसभा चुनाव के विपरीत, राज्यसभा चुनाव पूरी तरह से एक अलग खेल है।

महराजगंज जिले के फरेंदा से कांग्रेस विधायक वीरेंद्र चौधरी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ”अब, आगामी लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन होने से यहां की तस्वीर भी बहुत साफ हो गयी है। हम सपा द्वारा उतारे गए उम्मीदवारों को वोट देंगे।”

हाल में राजग में शामिल हुए राष्ट्रीय लोकदल की राज्य इकाई के प्रमुख रामाशीष राय ने कहा कि रालोद के सभी विधायक मौजूदा राज्यसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवारों को वोट देंगे।

भाषा आनन्द प्रशांत सिम्मी

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)