उप्र: सियार के हमले में दो लोग जख्मी, ग्रामीणों ने हमलावर पशु को मार डाला
उप्र: सियार के हमले में दो लोग जख्मी, ग्रामीणों ने हमलावर पशु को मार डाला
बहराइच (उप्र), पांच अक्टूबर (भाषा) बहराइच जिले के रामगांव क्षेत्र में शनिवार रात एक सियार ने हमला कर एक युवती सहित दो लोगों को घायल कर दिया। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने हमलावर पशु को मार डाला। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
प्रभागीय वनाधिकारी राम सिंह यादव ने बताया कि बहराइच वन प्रभाग के बहराइच रेंज में शनिवार रात करीब साढ़े आठ बजे रामगांव थाना क्षेत्र के तेड़िया गांव में एक सियार ने राजकुमार (41) और सुशीला (21) पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया। घटना के बाद ग्रामीणों ने पशु को मार डाला। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इलाज के लिए अस्पताल लाए गए घायल युवक राजकुमार ने शनिवार देर रात संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम सो रहे थे तभी पशु ने पहले मेरी बहन पर हमला किया, फिर उसने मुझ पर हमला किया। मैं थोड़ा नशे में था। मैंने खुद को छुड़ाकर उसकी गर्दन दबोच ली और तब तक दबाए रखा जब तक वो मर नहीं गया। जानवर का शव मेरे घर पर पड़ा है।’’
इससे पूर्व, दो अक्टूबर को कैसरगंज थाना क्षेत्र के गंडारा गांव में सियार ने हमला कर दो बच्चों समेत चार लोगों को घायल कर दिया था।
प्रभागीय वन अधिकारी ने बताया कि कैसरगंज व महसी तहसील में भेड़िये के आतंक से प्रभावित व सक्रियता वाले क्षेत्र को चार सेक्टर में बांटकर विशेषज्ञों द्वारा रणनीति बनाकर बचाव अभियान संचालित किया जा रहा है। जिला मुख्यालय पर कमांड सेंटर स्थापित किया गया है। भेड़िये को पकड़ने के लिये 21 कार्य बल सहित जिला प्रशासन की 36 टीम लगी हुई है। गश्ती दल व विशेषज्ञ टीम चार ड्रोन कैमरे, 25 कैमरा ट्रैप्स संवेदनशील स्थानों पर लगाकर दिन रात गश्त कर भेड़िये को खोज रही है।
उन्होंने बताया कि पशु के आतंक से प्रभावित गांवों में 20 सोलर सीसीटीवी कैमरे, तीन ट्रैपिंग केज लगाकर, पगचिह्न के सहारे उसे पकड़ने की कोशिश की जा रही है। भेड़िये को ‘ट्रैकुलाईज’ करने (इंजेक्शन देकर बेहोश करने) के लिए पशु चिकित्सकों की दो टीम लगी है। प्रभावित क्षेत्र में दिन रात गश्त करके नागरिकों को जागरूक किया जा रहा है। गांवों के बाहर पटाखे चलाकर हिंसक वन्यजीव को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं।
कैसरगंज तहसील के मझारा तौकली तथा आसपास के करीब 12 से अधिक गांवों में नौ सितंबर से भेड़िये तथा जंगली जानवरों का आतंक है। वन्यजीवों के हमलों में चार अक्टूबर तक चार बच्चों व एक बुजुर्ग दंपति सहित कुल छह लोगों की मौत हो चुकी है। 24 से अधिक ग्रामीण व कई मवेशी घायल हुए हैं। बीते तीन दिनों में इस क्षेत्र से दूर स्थित जिले के अन्य इलाकों से सियार के हमलों की भी खबरें आनी शुरू हुई हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 27 सितंबर को भेड़िया प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया था। सर्वेक्षण में उन्हें दो वन्यजीव दिखायी दिये थे। उन्होंने अधिकारियों से कहा था, ‘‘भेड़िया पकड़ा ना जा सके तो उसे गोली मार दी जाए, जनता को इस समस्या से निजात मिलनी चाहिए।’’
अगले ही दिन 28 सितंबर को वन विभाग के कुछ शूटर ने खेत के पास खेल रहे बच्चे पर हमला करने जा रहे एक भेड़िये को गोली मार दी थी। वन विभाग ने उसका पोस्टमार्टम कराने के पश्चात शव को जला दिया था।
भाषा सं. सलीम नेत्रपाल सुरभि
सुरभि

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