उप्र : भाजपा विधायक से अभद्रता के आरोप में नगर पंचायत प्रमुख पर मामला दर्ज

उप्र : भाजपा विधायक से अभद्रता के आरोप में नगर पंचायत प्रमुख पर मामला दर्ज

उप्र : भाजपा विधायक से अभद्रता के आरोप में नगर पंचायत प्रमुख पर मामला दर्ज
Modified Date: June 14, 2023 / 03:05 pm IST
Published Date: June 14, 2023 3:05 pm IST

शाहजहांपुर (उप्र), 14 जून (भाषा) जिले की तिहलर सीट से भाजपा विधायक सलोना कुशवाहा के साथ अभद्रता करने और उनका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डालने के आरोप में नगर पंचायत प्रमुख मनोज वर्मा और उनके पिता रोशनलाल वर्मा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस सूत्रों ने बुधवार को बताया कि थाना निगोही में तिलहर क्षेत्र से भाजपा विधायक सलोना कुशवाहा के प्रतिनिधि आशुतोष कुमार सिंह ने शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के अनुसार, सोमवार को सलोना कुशवाहा नगर पंचायत निगोही का निरीक्षण करने गई थीं तभी नगर पंचायत प्रमुख मनोज वर्मा ने नाराजगी जताते हुए कहा कि यह कार्यालय उनका है और वह इसके मालिक हैं।

शिकायत के मुताबिक, मनोज वर्मा ने भाजपा विधायक के खिलाफ अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए अभद्रता की और नगर पंचायत कार्यालय से बाहर चले जाने को कहा।

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इस मामले में मनोज वर्मा और उनके पिता रोशनलाल वर्मा के खिलाफ भादंसं की धारा 500 (मानहानि के लिए दंड) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की सुसंगत धारा के तहत मंगलवार देर रात रिपोर्ट दर्ज की गई। रोशनलाल वर्मा पूर्व विधायक हैं।

वहीं निगोही नगर पंचायत के चेयरमैन मनोज कुमार वर्मा ने मुख्यमंत्री को भेजे एक पत्र में कहा है कि सोमवार को नगर पंचायत कार्यालय में बैठकर वह जन समस्याएं सुन रहे थे तभी विधायक सलोना कुशवाहा आईं और शिकायत पत्रों के साथ आए लोगों को कार्यालय से बाहर निकाल कर दरवाजा बंद कर लिया।

पत्र के अनुसार, सलोना ने वर्मा से कुर्सी से उठने को कहा। वर्मा ने पत्र में लिखा कि सलोना ने कहा कि इस कुर्सी पर बैठना उनका अधिकार है। वर्मा के अनुसार, उनके दूसरी कुर्सी मंगवाने के लिए कहने पर सलोना ने नाराजगी जाहिर की और अपशब्दों का प्रयोग करते हुए कहा कि वह जब भी नगर पंचायत आएंगी, तो अध्यक्ष की कुर्सी पर ही बैठेंगी और इसका विरोध करने वाले को अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा।

तिलहर क्षेत्र की विधायक सलोना कुशवाहा ने पीटीआई भाषा को बताया कि वह नगर पंचायत कार्यालय का निरीक्षण करने गई थीं और गर्मी की वजह से अधिकारी उन्हें चेयरमैन के कक्ष में ले गए जहां कोई कुर्सी खाली नहीं थी।

उन्होंने बताया कि अधिकारी ने उनके लिए कुर्सी मंगवाई जिसके बाद उन्होंने नगर पंचायत कार्यालय का निरीक्षण किया। उनका दावा है कि उनकी मर्जी के बगैर चेयरमैन ने उनका वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर डाल दिया।

भाषा सं राजेंद्र नरेश मनीषा

मनीषा


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