वासंतिक नवरात्र की नवमी पर कुंवारी कन्याओं का पूजन किया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने

वासंतिक नवरात्र की नवमी पर कुंवारी कन्याओं का पूजन किया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने

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  • Publish Date - April 17, 2024 / 04:17 PM IST,
    Updated On - April 17, 2024 / 04:17 PM IST

(तस्वीरों के साथ)

गोरखपुर (उप्र), 17 अप्रैल (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वासंतिक नवरात्र की नवमी तिथि पर बुधवार को गोरक्षपीठ की परंपरा के अनुसार कन्या पूजन किया।

नवमी तिथि के अनुष्ठान के तहत गोरखनाथ मंदिर के नव भोजनालय में आयोजित कन्या पूजन कार्यक्रम में योगी ने नौ दुर्गा स्वरूपा कुंवारी कन्याओं के पांव पखारे, उनका विधि-विधान से पूजन किया, उन्हें चुनरी ओढाई, उनकी आरती उतारी, उन्हें श्रद्धापूर्वक भोजन कराया और दक्षिणा देकर उनका आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री ने परम्परा का निर्वहन करते हुए बटुक पूजन भी किया।

एक बयान के मुताबिक वासंतिक नवरात्र की नवमी तिथि के अनुष्ठान में मुख्यमंत्री योगी ने सबसे पहले कुंवारी कन्याओं के पांव धोये। उन्होंने उनके माथे पर रोली, चंदन, अक्षत आदि का तिलक लगाया। उन्होंने चुनरी ओढ़ाकर एवं दक्षिणा प्रदान कर आशीर्वाद लिया। उन्होंने सभी कुंवारी कन्याओं एवं बटुकों की श्रद्धाभाव से आरती भी उतारी।

पूजन के बाद इन कन्याओं को मंदिर की रसोई में पकाया गया ताजा भोजन प्रसाद योगी ने अपने हाथों से परोसा। कन्याओं के अतिरिक्त बड़ी संख्या में पहुंचे बटुकों को भी श्रद्धापूर्वक भोजन कराकर उपहार एवं दक्षिणा दिया गया।

पूजन के दौरान गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, द्वारिका तिवारी, वीरेंद्र सिंह, दुर्गेश बजाज, विनय गौतम आदि उपस्थित रहे।

कन्या पूजन के बाद प्रदेशवासियों को वासंतिक नवरात्र एवं श्रीरामनवमी की शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वासंतिक नवरात्र में शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी की तिथि तक आदिशक्ति मां भगवती के अलग अलग स्वरूपों का अनुष्ठान आज नवदुर्गा स्वरूपा कुंवारी कन्याओं के पूजन के साथ संपन्न हुआ है। उन्होंने कहा कि नवरात्र प्रकृति और परमात्मा से जुड़ाव की अद्भुत परंपरा है। उन्होंने आदिशक्ति मां भगवती से चराचर जगत के कल्याण की कामना की।

उन्होंने कहा कि वासंतिक नवरात्र की महत्वपूर्ण नवमी तिथि समाज को मर्यादा के मार्ग पर ले जाने वाले एवं मानवीय जीवन मूल्यों का उच्च आदर्श प्रस्तुत करने वाले प्रभु श्रीराम के जन्मदिन की भी तिथि होती है।

उन्होंने कहा कि हजारों वर्षों पूर्व अयोध्या के महाराजा दशरथ के पुत्र के रूप में सृष्टि के पालक भगवान विष्णु ने धर्म, सत्य और न्याय की स्थापना के लिए अवतार लिया था तथा आज भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव देश-दुनिया में हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या में इस बार श्रीरामनवमी बेहद उमंग और आस्था के साथ मनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि 500 वर्षों की प्रतीक्षा के बाद श्रीरामलला अपने भव्य मंदिर में विराजमान हुए हैं और इसका अलग ही उल्लास आज वहां के श्रीराम जन्मोत्सव में देखने को मिल रहा है।

योगी ने कहा,‘‘ प्रभु श्रीराम के आदर्शों का अनुसरण कर हम सभी समाज और देश के प्रति कर्तव्यों का निर्वहन करें, यही भगवान के प्रति सच्ची श्रद्धा का प्रतीक होगा।’’

भाषा जफर राजकुमार

राजकुमार