उप्र : राज्यपाल ने किसान दिवस पर राजभवन परिसर में मोती की खेती परियोजना की शुरुआत की

उप्र : राज्यपाल ने किसान दिवस पर राजभवन परिसर में मोती की खेती परियोजना की शुरुआत की

उप्र : राज्यपाल ने किसान दिवस पर राजभवन परिसर में मोती की खेती परियोजना की शुरुआत की
Modified Date: December 23, 2025 / 05:27 pm IST
Published Date: December 23, 2025 5:27 pm IST

लखनऊ, 23 दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश की राज्‍यपाल आनंदीबेन पटेल ने मंगलवार को किसान दिवस के अवसर पर राजभवन परिसर में तालाब में सीप अवतरण कर मोती की खेती (पर्ल फार्मिंग) परियोजना की शुरुआत की। राजभवन की ओर से जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई।

बयान के मुताबिक राज्यपाल ने प्रदेश के समस्त किसानों को किसान दिवस की हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि ”देश की प्रगति किसानों की समृद्धि से जुड़ी हुई है और कृषि क्षेत्र में नवाचार ही किसानों की आय बढ़ाने का सशक्त माध्यम है।”

राज्यपाल ने परियोजना स्थल पर कृषि-केंद्रित कंपनी मणि एग्रो हब प्राइवेट लिमिटेड, उत्तर प्रदेश के अधिकारियों द्वारा प्रदर्शित मोती के सीप की सर्जरी प्रक्रिया का अवलोकन भी किया।

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उन्होंने इसे एक बेहतर एवं उपयोगी परियोजना करार देते हुए कहा कि इस प्रकार की नवाचार आधारित पहल किसानों, युवाओं एवं महिलाओं के लिए आजीविका के नए अवसर सृजित करती हैं तथा किसानों को सशक्त, आत्मनिर्भर और सम्मानित करने को सार्थक रूप देती हैं।

पटेल ने बलिया के प्रगतिशील किसान जे.पी. पांडेय की सफलता की प्रेरक कहानी साझा करते हुए बताया कि किस प्रकार पांडेय ने गिर नस्ल की गाय का वैज्ञानिक तरीके से पालन किया, दूध, पनीर और घी का उत्पादन किया तथा अपने ही गांव में बाजार विकसित किया। आज पांडेय न केवल लाखों रुपये की आय अर्जित कर रहे हैं, बल्कि लगभग 200 अन्य किसानों को भी प्रेरित कर आगे बढ़ा रहे हैं।

राज्यपाल ने कहा कि किसी भी कार्य में सफलता के लिए परिश्रम के साथ-साथ सही सोच और प्रभावी प्रबंधन आवश्यक है। पशुपालन में मौसम के अनुरूप प्रबंधन, विशेषकर ठंड जैसे मौसम में विशेष व्यवस्था करना अत्यंत आवश्यक है। पटेल ने कहा कि प्रत्येक कार्य सामूहिक होता है और उसके लिए सभी संबंधित विभागों का समन्वय जरूरी है।

उन्होंने मणि एग्रो हब प्राइवेट लिमिटेड के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) करने के निर्देश भी दिए। साथ ही यह भी कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास एवं लक्ष्य प्राप्ति में माता-पिता का सहयोग, प्रेरणा और मार्गदर्शन अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने निर्देश दिया कि राजभवन में निवासरत सभी मेधावी बच्चों को सम्मानित किया जाए।

भाषा

आनन्द

रवि कांत


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