नियंत्रण कक्ष से लोगों के मोबाइल पर संदेश के माध्यम से मौसम का अलर्ट भेजा जा रहा: सरकारी बयान
नियंत्रण कक्ष से लोगों के मोबाइल पर संदेश के माध्यम से मौसम का अलर्ट भेजा जा रहा: सरकारी बयान
लखनऊ, 19 दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश में भीषण शीतलहर एवं घने कोहरे की चेतावनी के दृष्टिगत राहत आयुक्त कार्यालय स्थित नियंत्रण कक्ष से आमजन को एसएमएस के माध्यम से खराब मौसम की चेतावनी भेजी गई है। यह जानकारी एक सरकारी बयान से मिली।
बयान में कहा गया है कि शीतलहर एवं घने कोहरे की चेतावनी का संदेश लोगों को लगातार भेजा जा रहा है।
बयान में कहा गया है कि इसके साथ ही नियंत्रण कक्ष से प्रदेश के समस्त जनपदों में कम्बल वितरण, रैन बसेरों और अलाव की स्थिति की निगरानी भी की जा रही है। इसमें कहा गया है कि इसके साथ ही आम जनमानस द्वारा आपात स्थिति में 1070 पर कॉल किये जाने पर तत्काल सहायता प्रदान की जा रही है।
बयान के मुंताबिक प्रदेश में घने कोहरे के साथ कड़ाके की सर्दी प्रारम्भ हो गयी है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को तीन दिन का बुलेटिन जारी किया है, जिसमें प्रथम दिन प्रदेश के 50 जनपदों में रेड अलर्ट-अत्यन्त घना कोहरा, 17 जनपदों में आरेंज अलर्ट-घना कोहरा और 8 जनपदों में यलो अलर्ट-मध्यम कोहरा होने की संभावना जारी की गई है।
मौसम विभाग ने 40 जनपदों में शीतदिवस अलर्ट का पूर्वानुमान एवं संभावना जारी की है। इसके उपरान्त राहत आयुक्त हृषिकेश भास्कर याशोद की निगरानी में नियंत्रण कक्ष द्वारा लगातार संदेश के माध्यम से संबंधित जनपदों के जिलाधिकारियों/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक सहित आपदा प्रबंधन से जुड़े अन्य अधिकारियों व आमजनमानस को चेतावनी का अलर्ट भेजा जा रहा है।
नियंत्रण कक्ष द्वारा सचेत ऐप के माध्यम से बृहस्पतिवार व शुक्रवार के मध्य 12 करोड़ 52 लाख लोगों के मोबाइल पर संदेश के माध्यम से मौसम का अलर्ट भेजा गया।
राहत आयुक्त भास्कर याशोद ने बताया कि आगे भी मौसम विभाग के माध्यम से पूर्वानुमान एवं चेतावनी प्राप्त होने पर आमलोगों के मोबाइल पर मौसम संबंधी एलर्ट नियंत्रण कक्ष द्वारा भेजे जायेंगे। उन्होंने आमजन से अपील किया कि वे ये संदेश पढ़कर उसी अनुसार अपनी यात्रा निर्धारित करें।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को शीतलहर एवं ठण्ड से बचने की अत्यन्त आवश्यकता है। उन्होंने सरकार द्वारा ठण्ड एवं शीतलहर से बचाव के संबंध में जारी दिशानिर्देश का अनुपालन करने की अपील की।
भाषा जफर अमित
अमित

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