गाजा में खाद्य वितरण केंद्रों के निकट गोलीबारी में 34 फलस्तीनी मारे गए

गाजा में खाद्य वितरण केंद्रों के निकट गोलीबारी में 34 फलस्तीनी मारे गए

गाजा में खाद्य वितरण केंद्रों के निकट गोलीबारी में 34 फलस्तीनी मारे गए
Modified Date: June 16, 2025 / 10:10 pm IST
Published Date: June 16, 2025 10:10 pm IST

दीर अल बलाह (गाजा पट्टी), 16 जून (एपी) गाजा पट्टी के दक्षिणी हिस्से में सोमवार को इजराइल और अमेरिका समर्थित खाद्य वितरण केंद्रों के पास हुई गोलीबारी में 34 फलस्तीनी मारे गए। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी।

खाद्य वितरण केंद्रों के आसपास इजराइल सेना की यह अब तक की सबसे भीषण गोलीबारी है। यह घटना उस वक्त हुई, जब हजारों फलस्तीनी लोग खाद्य वितरण केंद्रों तक पहुंचने के लिए इजराइली सैन्य-नियंत्रित क्षेत्रों से गुजर रहे थे।

प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि इजराइली सैनिकों ने भीड़ को नियंत्रित करने के प्रयास में गोलियां चलाईं।

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मंत्रालय का कहना है कि गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन (जीएचएफ) द्वारा संचालित इन केंद्रों के तीन सप्ताह पहले खुलने के बाद से इस तरह की गोलीबारी में सैकड़ों लोग मारे गए हैं और सैकड़ों घायल हुए हैं।

गोलीबारी में हुई मौतों पर इजराइली सेना ने फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं की है। सेना ने पूर्व में कहा था कि सैनिकों ने अपने ठिकानों की ओर आने वाले संदिग्धों पर चेतावनी के तौर पर गोलियां चलाईं।

गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि दक्षिणी शहर राफा के पास जीएचएफ केंद्र तक पहुंचने की कोशिश में 33 फलस्तीनी मारे गए और मध्य गाजा में जीएचएफ केंद्र के रास्ते में एक और व्यक्ति मारा गया। मंत्रालय ने कहा कि चार अन्य लोग दूसरी जगहों पर मारे गए।

भीड़ में शामिल दो फलस्तीनियों- हेबा जौदा और मोहम्मद अबेद के अनुसार, जब हजारों फलस्तीनी राफा खाद्य वितरण केंद्रों के निर्धारित समय पर खुलने के समय से पहले सुबह चार बजे फ्लैग चौराहे पर एकत्र हुए, तो इजराइली सैनिकों ने गोलीबारी शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि लोग छिपने की कोशिश में जमीन पर गिर पड़े।

रेड क्रॉस की अंतरराष्ट्रीय समिति ने एक बयान में कहा कि निकटवर्ती रेड क्रॉस फील्ड अस्पताल में सोमवार को लगभग 200 लोग घायल अवस्था में लाए गए।

इजराइल और अमेरिका का कहना है कि हमास सहायता सामग्री ना चुराए, इसके लिए नयी व्यवस्था की जरूरत है। जीएचएफ का कहना है कि इन स्थलों पर या इनके आसपास कोई हिंसा नहीं हुई है।

एपी आशीष दिलीप

दिलीप


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