America Kills Al – Jawahiri: अलकायदा(Al Qaeda) के आका और खुंखार आतंकवादी अयमान अल-जवाहिरी (Ayman Al-Zawahiri) को अमेरिका ने रविवार को ड्रोन से दागी गई हेलफायर मिसाइलों (Hellfire Missiles) से मौत के घाट उतार दिया। इस बड़े हमले की प्लानिंग अमेरिका कई महीनों पहले से ही कर रहा था। जिसे रविवार को अंजाम दे दिया गया। यह हमला अमेरिका द्वारा बड़े एंटी टेररिस्ट अभियान के तहत किया गया। अल-जवाहिरी अमेरिका में हुए 9/11 हमले के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक था। जिसका खात्मा कर अमेरिका ने आतंकवाद पर बड़ा प्रहार किया है।
अमेरिका तो चुन-चुन कर अपने सभी दुश्मनों का खात्मा करता जा रहा है। भारत के भी ऐसे ही कई दुश्मन हैं जिन्होंने देश को आतंक के दम पर गहरे चोट दिए हैं। जिसे देश आज तक नहीं भुला पाया है। ऐसे में भारत कब तक अपने दुश्मनों का खात्मा करती है यह देखने वाली बात होगी।
अयमान अल-जवाहिरी दुनिया के सबसे कुख्यात और सबसे ज्यादा ईनामी राशि वाला व्यक्ति था। उसे अमेरिका में 9-11 समेत दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में हमलों का मास्टरमाइंड माना जाता था। जवाहिरी की ताकत उसकी जानकारी और शिक्षा थी। वो खुद डॉक्टर था।
जानकारी के मुताबिक अमेरिका के खुफिया विभाग ने सबसे पहले तो अल-जवाहिरी की जीवनशैली का विस्तृत खाका तैयार किया गया। अमेरिकी के खुफिया अधिकारियों की जानकारी इतनी पुख्ता थी कि जब मिसाइलों ने उड़ान भरी तो उन्हें यह पता था कि इस वक्त अल-जवाहिरी अपने बालकनी में होगा। उसके बाद क्या था जैसे ही जवाहिरी बालकनी पर निकला उसे मिसायल दाग कर अमेरिका ने हमेशा के लिए मौत के घाट उतार दिया।
अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, राष्ट्रपति बाइडेन ने हमले के पहले ही अधिकारियों को ये निर्देश दे दिया था कि हमले का टारगेट केवल जवाहिरी ही होना चाहिए ताकि आस-पास मौजूद अन्य लोग इसके चपेट में न आएं। अमेरिकी प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि अल-जवाहिरी को ‘कई मौकों पर लंबी अवधि के लिए’ उस बालकनी में देखा गया था, जहां उसकी मौत हुई।
1993 के मुंबई बम धमाकों के बाद से आतंक का चेहरा बना मुंबई का वो डॉन भारत की मोस्ट वांटेड लिस्ट में टॉप पर है। मुंबई की इस सबसे बड़ी आतंकी वारदात में 257 लोगों की मौत हुई थी और करीब 800 लोग घायल हुए थे। जिसका मास्टर माइंड था अंडरवर्ल्ड डॉन ‘दाऊद इब्राहिम’ जिसकी तलाश भारत लगातार कई सालों से कर रहा है पर अब तक सफलता नहीं मिल सकी है।
हाफिज सईद 2008 (26/11) में मुंबई में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों का मास्टरमाइंड है। इस हमले में छह अमेरिकियों सहित 164 लोगों की मौत हो गई थी। 2006 में मुंबई ट्रेन धमाकों में भी हाफिज सईद का हाथ रहा। 2001 में भारतीय संसद तक को सईद ने निशाना बनाया। वो एनआइए की मोस्ट वांटेड सूची में शामिल है।
अजहर आतंक का वो सौदागर है, जिसने भारत के खिलाफ एक नहीं सौकड़ों बार साजिश रची है। मसूद कंधार कांड के बाद से पाकिस्तान में बैठकर अपने नापाक मंसूबों को अंजाम दे रहा है। उसकी अगुआई में ही पाकिस्तान के लाहौर के पास पठानकोट हमले का ब्लूप्रिंट तैयार किया गया था। उसका भाई रउफ 1999 में काठमांडू में एयर इंडिया के विमान के अपहरण का मुख्य साजिशकर्ता था। इस विमान को अफगानिस्तान के कंधार ले जाया गया था।
अमेरिका तो अपने दुश्मनों से एक-एक कर बदला ले रहा है पर भारत अपने उन दुश्मनों को कब खत्म करेगा जिन्होंने देश में आतंकवाद का जाल बिछाकर न जाने कितने बेकसूर लोगों को मौत के घाट उतार दिया। भारत हमेशा शांति की राह पर चला है पर जब भी दुश्मनों ने देश की शांति छीनने की कोशिश की है उन्हें मुंहतोड़ जवाब भी मिला है। ऐसे में भारत अब कब अपने उन दुश्मनों का काम तमाम कर अपना बदला लेगी ये देखने वाली बात होगी
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3 hours ago