बाइडन ने यूक्रेन के लिए 80 करोड़ डॉलर की नयी सैन्य सहायता मंजूर की

बाइडन ने यूक्रेन के लिए 80 करोड़ डॉलर की नयी सैन्य सहायता मंजूर की

बाइडन ने यूक्रेन के लिए 80 करोड़ डॉलर की नयी सैन्य सहायता मंजूर की
Modified Date: November 29, 2022 / 08:21 pm IST
Published Date: April 14, 2022 12:05 pm IST

वाशिंगटन, 14 अप्रैल (एपी) रूस द्वारा यूक्रेन के पूर्वी हिस्से में नए सिरे से हमले की आशंका के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कीव के लिए 80 करोड़ डॉलर की नयी सैन्य सहायता देने की मंजूरी दी है जिनमें अतिरिक्त हेलीकॉप्टर और अमेरिकी तोप शामिल हैं।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने इस मदद पर ‘धन्यवाद’ ज्ञापित किया है।

नयी मदद में बख्तरबंद गाड़ियां, तटीय सुरक्षा के लिए नौसेना द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले ड्रोन पोत, रासायनिक, जैविक, परमाणु युद्ध और विकिरण की स्थिति में सैनिकों को बचाने के लिए पोशाक भी शामिल हैं।

 ⁠

बाइडन ने यहां जारी बयान में कहा, ‘‘ इस सहायता पैकेज में कई अति प्रभावी हथियार प्रणाली भी शामिल है जो हमले से पहले ही मुहैया कराई है और नयी क्षमता पूर्वी यूक्रेन में रूस के संभावित हमले का मुकाबला करने में मददगार होगी।’’

बाइडन ने कहा, ‘‘अमेरिका और उसके साझेदारों द्वारा यूक्रेन को की जा रही आपूर्ति रूसी हमले के खिलाफ यूक्रेन की लड़ाई में बने रहने के लिए अहम है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इससे यह सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि (रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर) पुतिन अपनी शुरुआती लड़ाई में असफल हों जिसका उद्देश्य यूक्रेन पर कब्जा कर उसे नियंत्रित करना है।’’

नयी सैन्य मदद की घोषणा यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से बाइडन की बातचीत के बाद हुई है। अमेरिका द्वारा 24 फरवरी को यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद जताई गई 2.6 अरब डॉलर की कुल सहायता के तहत यह नवीनतम मदद दी जा रही है।

इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि अमेरिका को 80 करोड़ डॉलर की नयी सैन्य मदद के लिए वह ‘हृदय से धन्यवाद’ ज्ञापित करते हैं।

जेलेंस्की ने रोजाना देर रात राष्ट्र को दिए जाने वाले अपने संबोधन में कहा कि वह बुधवार को पोलैंड, एस्टोनिया, लिथुआनिया और लातविया के राष्ट्रपतियों की हुई यात्रा के लिए उनके शुक्रगुजार हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘ये नेता हमारी पहले दिन से मदद कर रहे हैं, ये हमे हथियार देने से हिचकते नहीं हैं, प्रतिबंध लगाए जाएं या नहीं … इसको लेकर ये नेता संशय में नहीं रहते।’’

एपी धीरज मनीषा

मनीषा


लेखक के बारे में