संविधान और लोकतांत्रिक व्यवस्था के प्रति प्रतिबद्ध : नेपाली सेना

संविधान और लोकतांत्रिक व्यवस्था के प्रति प्रतिबद्ध : नेपाली सेना

संविधान और लोकतांत्रिक व्यवस्था के प्रति प्रतिबद्ध : नेपाली सेना
Modified Date: December 22, 2025 / 08:46 pm IST
Published Date: December 22, 2025 8:46 pm IST

(शिरीष बी प्रधान)

काठमांडू, 22 दिसंबर (भाषा) नेपाल की सेना ने देश के संविधान और लोकतांत्रिक व्यवस्था के प्रति अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए सोमवार को कहा कि उसने कभी भी कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं चलाया।

सेना ने यह भी कहा कि सितंबर में केपी शर्मा ओली के नेतृत्व वाली सरकार को गिराने वाले ‘जेन जेड’ के विरोध प्रदर्शनों के बाद स्थिति को सामान्य करने के दौरान उसने राष्ट्रपति और कार्यपालिका के निर्णयों का पूरी तरह से सम्मान किया।

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सेना का यह बयान मीडिया और राजनीतिक हलकों के एक वर्ग द्वारा आठ और नौ सितंबर के ‘जेन जेड’ आंदोलन के दौरान राष्ट्रीय संपत्तियों की रक्षा में उसकी भूमिका के बारे में उठाए गए सवालों के जवाब में आया है।

‘जेन जेड’ के विरोध प्रदर्शनों के दूसरे दिन ओली सरकार के गिरने के बाद, जब राजनीतिक शून्य उत्पन्न हुआ, तो नेपाल की सेना की सहायता से देश में सुरक्षा स्थिति सामान्य हो पाई और राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल और नेपाली सेना के नेतृत्व के सहयोग से ‘जेन जेड’ सरकार का गठन हुआ।

सेना ने राष्ट्रीय समाचार समिति (आरएसएस) को उपलब्ध कराए गए एक स्पष्टीकरण लेख में कहा, ‘संकट को और बिगड़ने से रोकने के लिए हितधारकों के बीच संवाद को सुविधाजनक बनाना और संकट का शीघ्रता से प्रबंधन करना एक प्रमुख सरकारी संस्था की जिम्मेदारी है।’

सेना ने कहा, ‘हालांकि, नाजुक समय में नेपाली सेना द्वारा किए गए सकारात्मक समन्वय और संवाद पर भी सवाल उठाए गए हैं, लेकिन नेपाली सेना ने कभी भी राजनीतिक एजेंडा नहीं चलाया और न ही सत्ता में हस्तक्षेप करने की महत्वाकांक्षा दिखाई है।’

इसने कहा गया है, ‘वर्तमान स्थिति से यह स्पष्ट है कि नेपाली सेना लोकतांत्रिक व्यवस्था के प्रति प्रतिबद्ध है।’

सेना ने कहा कि नेपाली सेना संविधान के अक्षरशः अनुपालन के लिए हमेशा प्रतिबद्ध है।

भाषा

नोमान दिलीप

दिलीप


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