चक्रवात ‘शाहीन’ ने ​ढाया कहर, अब तक 13 लोगों की मौत, कई लोग अब भी लापता

ओमान में चक्रवात ‘शाहीन’ के कारण जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 13 हुई

चक्रवात ‘शाहीन’ ने ​ढाया कहर, अब तक 13 लोगों की मौत, कई लोग अब भी लापता
Modified Date: November 29, 2022 / 08:04 pm IST
Published Date: October 4, 2021 6:56 pm IST

दुबई, चार अक्टूबर (एपी) ओमान में चक्रवाती तूफान ‘शाहीन’ के कारण जान गंवाने वालों की संख्या सोमवार को बढ़कर 13 हो गई, जबकि ईरान के कई मछुआरे अब भी लापता हैं। वहीं, तूफान ओमान में आगे बढ़कर थोड़ा कमजोर पड़ा है।

ओमान के अधिकारियों ने बताया कि रविवार को चक्रवात यहां पहुंचा था। एक लापता व्यक्ति का शव उन्हें बरामद हुआ है, वह बाढ़ के पानी में बह गया था। इसी तरह बहने से एक बच्चे की भी मौत हो गई थी। वहीं, भूस्खलन में एशिया के दो विदेशी लोगों की मौत हो गई।

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देश की राष्ट्रीय आपात प्रबंधन समिति ने सोमवार दोपहर में बताया कि तूफान से सात और लोगों की मौत हुई। हालांकि, उन्होंने इस संबंध में विस्तृत जानकारी नहीं दी। ईरान के सरकारी टेलिविजन के अनुसार, पाकिस्तान से लगी इस्लामिक गणराज्य की सीमा के पास गांव पासबंदर से लापता हुए पांच मछुआरों में से दो का शव बचावकर्ताओं को बरामद हुआ है।

इससे पहले, ईरानी संसद के उपाध्यक्ष अली निकजाद ने रविवार को कहा था कि चक्रवात के कारण कम से कम छह मछुआरों के मारे जाने की आशंका है। जाबोल शहर के गवर्नर अब्बास अली अर्जमंदी ने कहा कि ईरान के सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत में चक्रवात की वजह से धूल भरी आंधी चलने से आंख, दिल और फेफड़े में शिकायत के साथ रविवार को 122 लोग अस्पताल गए। उन्होंने बताया कि 18 लोगों को आगे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती होना पड़ा।

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हिंद महासागर में आने वाले चक्रवातों का पूर्वानुमान लगाने वाले शीर्ष केन्द्र, भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि ‘शाहीन’ के कारण हवाएं अब 90 किलोमीटर प्रति घंटे (55 मील प्रति घंटे) की रफ्तार से चल रही हैं और आगे यह कमजोर होती रहेंगी। उसने आने वाले कुछ घंटों में, तूफान के एक उष्णकटिबंधीय दबाव में तब्दील होने का पूर्वानुमान लगाया है। ‘शाहीन’ जब पहुंचा था, तब 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही थीं।’

 


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com