लंदन, 16 अगस्त (एपी) ब्रिटेन में डेटा उल्लंघन के कारण वहां रह रहे हजारों अफगानियों, ब्रिटिश सैनिकों और सिविल सेवकों की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा हो गया है। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय से जुड़ी एक कंपनी ने यह जानकारी दी।
उड़ानों के लिए ग्राउंड हैंडलिंग सेवा प्रदान करने वाली कंपनी ‘जेट सेंटर’ ने शुक्रवार देर रात कहा कि उसे डेटा सुरक्षा संबंधी एक घटना का सामना करना पड़ा, जिसके कारण ‘कंपनी के ईमेल तक अनधिकृत पहुंच’ हुई।
लगभग 3,700 व्यक्तियों को इस घटना से संभावित रूप से प्रभावित माना जाता है, जिसमें ब्रिटेन लाए गए अफगानिस्तान के नागरिक भी शामिल हैं।
आधिकारिक दौरों पर सरकार के मंत्रियों के साथ नियमित यात्रा करने वाले पत्रकारों और सैन्य अभ्यास में शामिल होने वाले सैनिकों को भी डेटा उल्लंघन का सामना करना पड़ रहा है।
अफगानिस्तान में ब्रिटेन की सेना के साथ मिलकर तालिबान के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले कुछ अफगानियों को भी डेटा उल्लंघन के कारण सुरक्षा संबंधी खतरों का सामना करना पड़ा।
पश्चिमी देशों के सुरक्षाबलों के साथ काम करने वाले अफगानिस्तान के लोगों ने अपने देश के बाहर शरण मांगी है।
ब्रिटेन ने एआरएपी नामक कार्यक्रम के तहत अफगानिस्तान के कुछ लोगों को अपने यहां लाने की योजना बनाई है।
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