यहां पर फिर जमकर हुई हिंसा, प्रत्यक्षदर्शियों का दावा- 200 से अधिक लोगों को उतारा मौत के घाट

Ethnic violence : इथियोपिया में जातीय हिंसा में 200 से अधिक लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया। मारे गए लोगों में ज्यादातर लोग ...

यहां पर फिर जमकर हुई हिंसा, प्रत्यक्षदर्शियों का दावा- 200 से अधिक लोगों को उतारा मौत के घाट
Modified Date: November 29, 2022 / 08:44 pm IST
Published Date: June 20, 2022 12:34 pm IST

Ethnic violence : इथियोपिया में जातीय हिंसा में 200 से अधिक लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया। मारे गए लोगों में ज्यादातर लोग अमहारा जाति के हैं। इस हमले का आरोप विद्रोही समूह पर लगा है। हालांकि विद्रोही समहू ने हमले से इनकार किया है। गिंबी काउंटी के निवासी अब्दुल सीद ताहिर ने हमले में बचने के बाद एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि मैंने 230 शवों की गिनती की है। यह नागरिकों के खिलाफ सबसे घातक हमला है जिसे मैंने अपने जीवनकाल में देखा है।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp  ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<

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बता दें कि अफ्रीका के दूसरे सबसे अधिक आबादी वाले देश इथियोपिया में जातीय तनाव की घटनाएं सामने आ रही हैं। उसने बताया कि हम लाशों को सामूहिक कब्रों में दफना रहे हैं और हम अभी भी शवों को इकट्ठा कर रहे हैं। उसने बताया कि फेडरल आर्मी आ चुकी है लेकिन हमें इस बात का डर है कि अगर सेना चली गई तो हमले जारी रह सकते हैं।

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एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि स्थानीय अमहारा समुदाय अब सामूहिक हत्याओं से बचने के लिए खुद को कहीं और भेजने की मांग कर रहा है। प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि लगभग 30 साल पहले पुनर्वास कार्यक्रमों में बसे अमहारा जाति के लोगों को जानवरों की तरह मारा जा रहा है। दोनों प्रत्यक्षदर्शियों ने हमलों के लिए ओरोमो लिबरेशन आर्मी को जिम्मेदार ठहराया। एक बयान में ओरोमिया क्षेत्रीय सरकार ने भी ओएलए को दोषी ठहराया और कहा कि ओएलए ने (संघीय) सुरक्षा बलों द्वारा शुरू किए गए अभियानों का विरोध करने में असमर्थ होने के बाद हमला किया। उधर, OLA के प्रवक्ता, Odaa Tarbii ने आरोपों से इनकार किया है।

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