Jaishankar In US: जयशंकर ने UNGA से इतर अपने कई समकक्षों के साथ की द्विपक्षीय बैठक, रणनीतिक और वैश्विक मुद्दों पर हुई चर्चा
विदेश मंत्री जयशंकर ने न्यूयॉर्क में एफआईपीआईसी के विदेश मंत्रियों के साथ बैठक की
jayshankar in us/ IBC24
- विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने UNGA 80वें सत्र के दौरान कई देशों के विदेश मंत्रियों से द्विपक्षीय मुलाकातें की।
- नीदरलैंड, डेनमार्क, श्रीलंका, मॉरीशस, मालदीव, जमैका समेत कई देशों के साथ रणनीतिक, आर्थिक और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा हुई।
- डीपी वर्ल्ड के चेयरमैन से वैश्विक लॉजिस्टिक्स और अर्थव्यवस्था पर बातचीत की
Jaishankar In US: संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 80वें सत्र के अवसर पर विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने न्यूयॉर्क में विभिन्न देशों के अपने समकक्षों के साथ महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठकों का सिलसिला जारी रखा। इन बैठकों का मुख्य उद्देश्य भारत के वैश्विक संबंधों को और अधिक सुदृढ़ बनाना, रणनीतिक सहयोग को बढ़ावा देना तथा समकालीन क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर साझा दृष्टिकोण विकसित करना था। विदेश मंत्री ने यूरोप, अफ्रीका, कैरेबियन और दक्षिण एशिया समेत कई क्षेत्रों के देशों के प्रतिनिधियों से बातचीत की और गहराते अंतरराष्ट्रीय संकटों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
भारत-यूरोप संबंधों पर भी होगी चर्चा
जयशंकर की नीदरलैंड के विदेश मंत्री डेविड वैन वील के साथ हुई बैठक में यूरोप की रणनीतिक स्थिति और भारत के दृष्टिकोण पर गहन चर्चा हुई। इसी क्रम में डेनमार्क के विदेश मंत्री लार्स लोके रासमुसेन के साथ भी बातचीत हुई जिसमें यूक्रेन संघर्ष, यूरोपीय संघ परिषद की डेनमार्क की अध्यक्षता तथा भारत-यूरोप संबंधों पर चर्चा की गई। श्रीलंका के विदेश मंत्री विजिता हेराथ के साथ बैठक में भारत-श्रीलंका द्विपक्षीय सहयोग की प्रगति की समीक्षा की गई।
विदेश मंत्री रितेश रामफुल के साथ भी की बैठक
जयशंकर ने मॉरीशस के विदेश मंत्री रितेश रामफुल के साथ भी बैठक की, जिसमें मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम की भारत यात्रा के बाद उठाए गए कदमों पर विचार किया गया। मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला खलील के साथ उन्होंने भारत द्वारा मालदीव के विकास हेतु किए जा रहे समर्थन की पुनः पुष्टि की। इसके अतिरिक्त, लेसोथो, सूरीनाम, सोमालिया, सेंट लूसिया और जमैका के विदेश मंत्रियों के साथ भी उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की और आगे के सहयोग की संभावनाओं पर बात की। विशेष रूप से, जमैका की विदेश मंत्री कामिना जे स्मिथ को दोबारा पदभार संभालने पर बधाई देते हुए जयशंकर ने भारत-जमैका संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की आशा व्यक्त की।
Jaishankar In US: जयशंकर की मुलाकात दुबई स्थित बहुराष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स कंपनी डीपी वर्ल्ड के ग्रुप चेयरमैन और सीईओ सुल्तान अहमद बिन सुलेयम से भी हुई, जिसमें वैश्विक आर्थिक विकास, कनेक्टिविटी और लॉजिस्टिक्स पर गहन चर्चा की गई। इसके अलावा, सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियन बालाकृष्णन के साथ ‘ग्लोबल साउथ’ देशों की उच्च स्तरीय बैठक में भी उन्होंने भाग लिया।
विदेश मंत्री ने यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों की अनौपचारिक बैठक में भी हिस्सा लिया, जिसकी मेजबानी ईयू की विदेश नीति प्रमुख काजा कल्लास ने की थी। इस बैठक में बहुपक्षवाद, भारत-ईयू साझेदारी, यूक्रेन और गाजा संकट, ऊर्जा और व्यापार जैसे अहम मुद्दों पर विचारों का मुक्त आदान-प्रदान हुआ।
Jaishankar In US: डॉ. जयशंकर की यह कूटनीतिक सक्रियता न केवल भारत की विदेश नीति को मजबूती देती है, बल्कि भारत को एक निर्णायक वैश्विक भागीदार के रूप में स्थापित करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम है। वे 27 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे, जहां भारत का दृष्टिकोण और प्राथमिकताएं वैश्विक मंच पर साझा की जाएंगी।

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