पूर्व राष्ट्रपति जोस सैंटोस का निधन, लंबे समय से थे बीमार, अस्पताल में ली अंतिम सांस

पूर्व राष्ट्रपति जोस सैंटोस का निधन, लंबे समय से थे बीमार, अस्पताल में ली अंतिम सांस! Former President of Angola Jose Santos passes away

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  • Publish Date - July 9, 2022 / 10:10 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:45 PM IST

लिस्बन:  Angola Jose Santos passes away दक्षिण-पश्चिमी अफ्रीकी देश अंगोला के पूर्व राष्ट्रपति जोस एडुआर्डो डॉस सैंटोस का स्पेन के बार्सिलोना के एक क्लिनिक में शुक्रवार को निधन हो गया। वह लंबे वक्त से बीमार थे। अंगोला की सरकार ने अपने फेसबुक पेज पर यह जानकारी दी है। सरकार ने कहा कि सैंटोस 79 वर्ष के थे और लंबी बीमारी के बाद उनका निधन हुआ है।

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Angola Jose Santos passes away सरकार ने बताया कि सैंटोस 1979 में देश के राष्ट्रपति बने थे और उन्होंने 40 साल तक अंगोला पर हुकूमत की। सरकार ने उन्हें एक महान राजनेता बताया है, जिसने देश पर मुश्किल वक्त में शासन किया। सैंटोस ने 2017 में पद छोड़ दिया था, जिसके बाद वह ज्यादातर वक्त बार्सिलोना में ही रहते थे और उनका विभिन्न बीमारियों का इलाज चल रहा था।

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अंगोला के मौजूदा राष्ट्रपति जे लौरेंको ने पांच दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है, जिसकी शुरुआत शनिवार से होगी। इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और सरकारी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं। सैंटोस अफ्रीका के सबसे लंबे समय तक शासक रहने के साथ ही उन्होंने महाद्वीप का सबसे लंबे वक्त तक चला गृह युद्ध भी लड़ा और अंगोला को प्रमुख तेल उत्पादक देश बनाया। मगर मुल्क की गिनती दुनिया के सबसे गरीब और भ्रष्ट देशों में होती है।

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वह अंगोला को पुर्तगाल से आज़ादी मिलने के चार साल बाद देश की सत्ता पर काबिज़ हो गए और शीत युद्ध में शामिल हो गए। उनका ज्यादातर सियासी सफर एकल पार्टी के मार्क्सवादी शासन तक सीमित रहा और उन्होंने 2008 में सरकार की लोकतांत्रिक व्यवस्था को अपनाया। सेहत खराब होने पर उन्होंने स्वेच्छा से 2017 में पद छोड़ दिया।

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सैंटोस के ‘पॉपुलर मूवमेंट फॉर लिबरेशन ऑफ अंगोला’ (एमपीएलए) के सबसे बड़े दुश्मन यूएनआईटीए विद्रोहियों के नेता जोन्स साविंबी थे। एमपीएलए को यूएनआईटीए के खिलाफ लड़ाई में सोवियत संघ से आर्थिक मदद मिलती थी, जबकि क्यूबा से सैन्य सहायता मिलती थी। यह गृह युद्ध 2002 तक चला, जब सेना ने साविंबी को पूर्वी अंगोला में ढेर कर दिया।

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उन्नीस सौ नब्बे के दशक की शुरुआत में सोवियत संघ के विघटन के बाद सैंटोस पश्चिमी देशों के करीब आ गए। उनके समर्थक कहते हैं कि उनमें यह काबिलियत थी कि वह बदलती परिस्थितियों के हिसाब से खुद को ढाल लिया करते थे। उन्होंने चार बार शादी की। फिलहाल उनके परिवार में उनकी एक पत्नी एना पॉला हैं, जिससे उनके तीन बच्चे हैं। इसके अलावा भी उनके कम से कम तीन और बच्चे तथा कई पोते-पोतियां हैं।

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