श्रीलंका में चक्रवात प्रभावित प्रांतों के 600 से अधिक विद्यालय तीसरे सत्र के लिए नहीं खुलेंगे
श्रीलंका में चक्रवात प्रभावित प्रांतों के 600 से अधिक विद्यालय तीसरे सत्र के लिए नहीं खुलेंगे
कोलंबो, 16 दिसंबर (भाषा) श्रीलंका में चक्रवात प्रभावित तीन प्रांतों के 600 से अधिक विद्यालय (शैक्षणिक सत्र की) तीसरे सत्र के लिए नहीं खुलेंगे और विद्यार्थियों को बिना परीक्षा के अगली कक्षा में प्रोन्नत कर दिया जाएगा। शिक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
‘न्यूज़फर्स्ट लंका’ पोर्टल के अनुसार, शिक्षा मंत्रालय ने विद्यालयों को निर्देश दिया है कि वे शैक्षणिक वर्ष 2025 की तीसरी सत्र के लिए छठी से 10वीं तक की कक्षाओं की परीक्षाएं आयोजित करने से परहेज करें।
श्रीलंका में मुख्य रूप से सरकारी शिक्षण संस्थानों में शैक्षणिक वर्ष को तीन सत्रों में विभाजित किया जाता है। हालांकि हर शिक्षण संस्थान इसका पालन नहीं करता है।
शिक्षा मंत्रालय के सचिव नलका कलुवेवा ने कहा,“चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों में कम से कम 640 विद्यालय बंद रहेंगे। हमने क्षेत्रीय शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे विद्यार्थियों को बिना सत्र परीक्षा के अगली कक्षा में प्रोन्नत कर दें।’’
शिक्षा उपमंत्री मधुरा सेनेविरत्ने ने कहा कि वैसे तो विद्यालयों को मंगलवार को फिर से खोलने की योजना थी, लेकिन उन्हें फिर से खोलने के संबंध में स्थानीय परिस्थितियों के आधार पर प्रांतीय और जिला अधिकारियों को निर्णय लेने का अधिकार दिया गया है।
इस बीच, राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने सोमवार को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन परिषद को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार आपदा से सबसे अधिक प्रभावित मध्य पहाड़ी क्षेत्रों के संरक्षण के लिए एक योजना बनाने की दिशा में काम कर रही है।
दिसानायके ने कहा, “हमने इन क्षेत्रों में 15,000 ऐसे घरों की पहचान की है जो खतरे में हैं। अगले साल के अंत तक, हम उनके लिए 8000 नए घरों का निर्माण पूरा कर लेंगे।”
भाषा राजकुमार नरेश
नरेश

Facebook



