भारत आपूर्ति श्रृंखला सुरक्षा से जुड़े प्रयासों में ‘अत्यंत रणनीतिक संभावित साझेदार’ : अमेरिका
भारत आपूर्ति श्रृंखला सुरक्षा से जुड़े प्रयासों में ‘अत्यंत रणनीतिक संभावित साझेदार’ : अमेरिका
(योषिता सिंह)
न्यूयॉर्क/वाशिंगटन, 18 दिसंबर (भाषा) अमेरिका, भारत को आपूर्ति श्रृंखला सुरक्षा से जुड़े प्रयासों में एक ‘‘अत्यंत रणनीतिक संभावित साझेदार’’ के रूप में देखता है और उसके साथ आर्थिक सुरक्षा सहयोग को और गहरा करने के तरीको पर ‘‘लगातार बातचीत’’ कर रहा है।
एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि उनका देश हाल में वाशिंगटन के नेतृत्व में शुरू की गई सिलिकॉन आपूर्ति श्रृंखला पहल से भारत के बाहर रहने के बावजूद नयी दिल्ली के साथ इस विषय पर संवाद के अवसर का स्वागत करता है।
आर्थिक मामलों के लिए अमेरिकी विदेश मंत्रालय के अवर सचिव जैकब हेलबर्ग ने बुधवार को पत्रकारों से कहा कि अमेरिका, भारत के साथ ‘‘आर्थिक सुरक्षा सहयोग को और गहरा करने’’ के तरीकों पर ‘‘लगातार बातचीत’’ कर रहा है।
पिछले सप्ताह अमेरिका ने ‘पैक्स सिलिका’ नामक एक रणनीतिक पहल शुरू की, जिसका उद्देश्य महत्वपूर्ण खनिजों और ऊर्जा इनपुट से लेकर उन्नत विनिर्माण, सेमीकंडक्टर, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) अवसंरचना और साजोसामान तक एक सुरक्षित, समृद्ध और नवाचार-आधारित सिलिकॉन आपूर्ति शृंखला तैयार करना है।
इस पहल में जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, नीदरलैंड, ब्रिटेन, इजराइल, संयुक्त अरब अमीरात और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं, लेकिन भारत इसमें शामिल नहीं है। भारत को छोड़कर ‘चतुष्पक्षीय सुरक्षा संवाद’ (क्वाड) के अन्य सभी देश जापान, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका इस नयी पहल का हिस्सा हैं।
हेलबर्ग ने स्वीकार किया कि भारत को पैक्स सिलिका में शामिल न किए जाने को लेकर “काफी अटकलें” लगाई जा रही हैं, लेकिन उन्होंने इसे वाशिंगटन और नयी दिल्ली के बीच मौजूदा तनाव से जोड़ने से इनकार किया।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत और अमेरिका के बीच व्यापार व्यवस्थाओं से जुड़ी बातचीत और आपूर्ति श्रृंखला सुरक्षा पर चर्चा, ये दोनों ही अलग और समानांतर प्रक्रियाएं हैं। हम इन्हें आपस में नहीं मिला रहे हैं। हम भारत को आपूर्ति श्रृंखला सुरक्षा के लिए एक अत्यंत रणनीतिक संभावित साझेदार मानते हैं और उसके साथ जुड़ने का स्वागत करते हैं।’’
हेलबर्ग ने कहा कि वह दिल्ली में अपने समकक्षों के साथ ‘‘लगभग रोजाना संपर्क’’ में हैं तथा सहयोग को और मजबूत करने के तरीकों पर सक्रिय रूप से काम किया जा रहा है।
उन्होंने यह भी बताया कि वह फरवरी में होने वाले ‘इंडिया एआई इम्पैक्ट समिट’ में हिस्सा लेंगे, जिससे आमने-सामने मुलाकात कर ठोस लक्ष्यों को तय करने का अवसर मिलेगा।
भाषा गोला सुरभि
सुरभि

Facebook



