भारत यूक्रेन संकट के शांतिपूर्ण समाधान के लिए हरसंभव प्रयास करेगा : मोदी ने जेलेंस्की से कहा

भारत यूक्रेन संकट के शांतिपूर्ण समाधान के लिए हरसंभव प्रयास करेगा : मोदी ने जेलेंस्की से कहा

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  • Publish Date - June 14, 2024 / 10:20 PM IST,
    Updated On - June 14, 2024 / 10:20 PM IST

(तस्वीरों के साथ)

बारी (इटली), 14 जून (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात के दौरान कहा कि भारत, रूस-यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए अपने साधनों के भीतर हरसंभव प्रयास करना जारी रखेगा। उन्होंने यह भी कहा कि शांति का रास्ता ‘‘बातचीत और कूटनीति’’ से होकर गुजरता है।

मोदी ने इटली के अपुलिया क्षेत्र में जी7 शिखर सम्मेलन से इतर जेलेंस्की से मुलाकात की। इस दौरान दोनों के बीच स्विट्जरलैंड स्विस शांति सम्मेलन पर भी चर्चा हुई। जेलेंस्की ने स्विट्जरलैंड में सप्ताहांत में आयोजित होने वाले सम्मेलन में उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भेजने की मंजूरी के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया।

प्रधानमंत्री ने जेलेंस्की से कहा कि भारत ‘‘मानव-केंद्रित’’ दृष्टिकोण में विश्वास करता है। दोनों नेताओं ने यूक्रेन संकट एवं स्विट्जरलैंड की मेजबानी में आयोजित किये जा रहे शांति शिखर सम्मेलन के संबंध में विचारों का आदान-प्रदान किया।

मोदी ने जेलेंस्की के साथ बैठक को ‘‘बहुत उपयोगी’’ बताया और कहा कि भारत, यूक्रेन के साथ द्विपक्षीय संबंधों को ‘‘और मजबूत’’ करने के लिए उत्सुक है।

मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘(यूक्रेन के) राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ ‘बहुत उपयोगी’ बैठक हुई। भारत, यूक्रेन के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए उत्सुक है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘(रूस के साथ) जारी संघर्ष के बारे में, (मैंने) यह दोहराया कि भारत मानव-केंद्रित दृष्टिकोण में विश्वास करता है और यह मानता है कि शांति का मार्ग बातचीत और कूटनीति से होकर गुजरता है।’’

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की और यूक्रेन की स्थिति एवं स्विट्जरलैंड में आयोजित होने वाले शांति सम्मेलन को लेकर विचारों का आदान-प्रदान किया।

मंत्रालय के अनुसार, ‘‘प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत संवाद और कूटनीति के माध्यम से संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान को प्रोत्साहित करना जारी रखेगा। उन्होंने यह भी दोहराया कि भारत शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करने के लिए अपने साधनों के भीतर सब कुछ करना जारी रखेगा।’’

इसने कहा कि मोदी ने तीसरे कार्यकल के लिए पदभार ग्रहण करने पर राष्ट्रपति जेलेंस्की की हार्दिक शुभकामनाओं के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।

जेलेंस्की ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘हमने द्विपक्षीय संबंधों और व्यापार, खासतौर पर काला सागर निर्यात गलियारे के कामकाज के संदर्भ में चर्चा की।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमने कृषि में नयी तकनीकों के इस्तेमाल में अनुभव साझा करने की संभावनाओं पर चर्चा की।’’

यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘हमने वैश्विक शांति शिखर सम्मेलन और इसके एजेंडे से जुड़े मुद्दों पर भी बात की। मैं प्रधानमंत्री मोदी को शिखर सम्मेलन में उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भेजने के लिए धन्यवाद देता हूं।’’

यूक्रेन में शांति लाने के लिए ‘रोडमैप’ तैयार करने के प्रयास में स्विट्जरलैंड 15 और 16 जून को कई वैश्विक नेताओं की मेजबानी कर रहा है। शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व एक वरिष्ठ राजनयिक द्वारा किए जाने की उम्मीद है।

जायसवाल ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘भारत-यूक्रेन साझेदारी को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इटली के अपुलिया में 50वें जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात की।’’

उन्होंने कहा, ‘‘दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की और यूक्रेन की स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत बातचीत और कूटनीति के माध्यम से संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान को प्रोत्साहित करना जारी रखेगा।’’

विदेश मंत्री एस. जयशंकर और विदेश सचिव विनय क्वात्रा वार्ता के दौरान मोदी के प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे। ऐसी जानकारी है कि जेलेंस्की ने मोदी को (रूस के साथ यूक्रेन के) संघर्ष के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी दी।

यूक्रेन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति और कृषि में नई प्रौद्योगिकियों के इस्तेमाल के अनुभवों को साझा करने की संभावनाओं पर चर्चा की।

इसमें कहा गया है, ‘‘राष्ट्रपति ने काला सागर परिवहन गलियारा के कामकाज के बारे में बात की, जिससे भारत को सूरजमुखी तेल के निर्यात और अन्य सामानों के कारोबार में वृद्धि संभव हो सकेगी।’’

मोदी ने पिछले साल मई में हिरोशिमा में पिछले जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान भी जेलेंस्की से मुलाकात की थी।

भारत का कहना है कि यूक्रेन में संघर्ष को संवाद और कूटनीति के माध्यम से हल किया जाना चाहिए। मोदी और जेलेंस्की के बीच यह मुलाकात स्विस शांति शिखर सम्मेलन से पहले हुई।

भारत ने बुधवार को कहा था कि वह यूक्रेन संघर्ष को लेकर आगामी शांति शिखर सम्मेलन में ‘‘उचित स्तर’’ पर भाग लेगा। प्रस्तावित शांति शिखर सम्मेलन 15 और 16 जून को ल्यूसर्न के बुर्गेनस्टॉक में होगा।

स्विट्जरलैंड ने मोदी को भी इसमें भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है। हालांकि, ऐसी संभावना है कि शिखर सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व एक वरिष्ठ राजनयिक करेंगे।

भाषा

सुरेश दिलीप

दिलीप