भारतीय राजदूत विनय क्वात्रा ने शीर्ष अमेरिकी राजनयिक से ‘साझा हितों’, द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की

भारतीय राजदूत विनय क्वात्रा ने शीर्ष अमेरिकी राजनयिक से ‘साझा हितों’, द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की

भारतीय राजदूत विनय क्वात्रा ने शीर्ष अमेरिकी राजनयिक से ‘साझा हितों’, द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की
Modified Date: November 7, 2025 / 01:56 pm IST
Published Date: November 7, 2025 1:56 pm IST

वाशिंगटन, सात नवंबर (भाषा) अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा और वरिष्ठ अमेरिकी राजनयिक पॉल कपूर ने एक बैठक में ‘‘साझा हितों’’ और द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।

यह बैठक बृहस्पतिवार को अमेरिकी विदेश विभाग में हुई और यह एक सप्ताह के भीतर दोनों के बीच दूसरी मुलाकात थी।

यह बैठक ऐसे समय में हुई जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भारत के साथ बातचीत ‘‘अच्छी चल रही है’’ और वह अगले वर्ष भारत की यात्रा कर सकते हैं।

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अमेरिकी विदेश विभाग के दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के ब्यूरो के सहायक सचिव पॉल कपूर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में राजदूत क्वात्रा को विदेश विभाग में आने के लिए धन्यवाद दिया।

उन्होंने लिखा, ‘‘साझा हितों और अमेरिका-भारत साझेदारी को आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा हुई। बातचीत जारी रखने की उम्मीद है।’’

यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब नयी दिल्ली और वाशिंगटन के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर चर्चा चल रही है, जबकि दोनों देशों के बीच रूसी तेल की खरीद और टैरिफ (शुल्क) से संबंधित मुद्दों पर तनाव बना हुआ है।

इससे पहले, मंगलवार को भी क्वात्रा और कपूर की मुलाकात इंडिया हाउस में हुई थी।

कपूर ने बुधवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा था, ‘‘धन्यवाद राजदूत क्वात्रा, जिन्होंने कल रात इंडिया हाउस में मेरा आतिथ्य सत्कार किया। साझा द्विपक्षीय और क्षेत्रीय प्राथमिकताओं पर चर्चा करने का अवसर मिला, जिसमें अमेरिका-भारत संबंधों को मजबूत करने पर भी बातचीत हुई।’’

क्वात्रा ने बृहस्पतिवार को सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी कोहेसिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) संजय पूनन से भी मुलाकात की। इस बैठक में भारत और अमेरिका की कंपनियों के बीच सॉफ्टवेयर सुरक्षा और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के क्षेत्र में सहयोग पर चर्चा की गई।

हाल के महीनों में ट्रंप द्वारा भारत पर 50 प्रतिशत शुल्क लगाने के बाद नयी दिल्ली और वाशिंगटन के बीच रिश्तों में तनाव बढ़ा है।

भारत ने अमेरिका के इस कदम को “अनुचित, अन्यायपूर्ण और अव्यवहारिक” बताया और कहा कि उसकी ऊर्जा नीति “सुलभता और राष्ट्रीय हित” से प्रेरित है।

भाषा गोला मनीषा

मनीषा


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