भारतीय मूल के विशेषज्ञों ने ब्रिटेन से टीका समता के लिए पेटेंट छूट का समर्थन करने का आग्रह किया

भारतीय मूल के विशेषज्ञों ने ब्रिटेन से टीका समता के लिए पेटेंट छूट का समर्थन करने का आग्रह किया

भारतीय मूल के विशेषज्ञों ने ब्रिटेन से टीका समता के लिए पेटेंट छूट का समर्थन करने का आग्रह किया
Modified Date: November 29, 2022 / 08:58 pm IST
Published Date: January 28, 2022 9:23 pm IST

(अदिति खन्ना)

लंदन, 28 जनवरी (भाषा) भारतीय मूल के कई वैज्ञानिकों सहित दुनिया भर के सैकड़ों विशेषज्ञों ने ब्रिटेन से कोविड-19 टीकों, जांच और उपचार के लिए विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में एक अस्थायी छूट का समर्थन करने का अनुरोध किया है, ताकि विश्वभर में व्यापक टीका समता हासिल की जा सके।

भारत और दक्षिण अफ्रीका ने विकासशील देशों के लिए निष्पक्ष टीका पहुंच के वास्ते इस तरह की एक पेटेंट छूट को लेकर डब्ल्यूटीओ में एक प्रस्ताव पेश किया है लेकिन बहपुक्षीय मंच पर इस मुद्दे पर गतिरोध बना हुआ है।

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महामारी विज्ञानी एवं पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया के प्रो. के. श्रीनाथ रेड्डी और लंदन की क्वींस मेरी यूनिवर्सिटी की डॉ दीप्ती गुरदासनी, बायोइंजीनियर मनु प्रकाश, यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के प्रोफेसर अमिताव बनर्जी और यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग के प्रोफेसर हरीश नायर उन 320 वैज्ञानिकों में शमिल हैं जिन्होंने कोरोना वायरस के खिलाफ वैश्विक टीकाकरण कवरेज बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी साझा किये जाने की अपील की है।

ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को इस हफ्ते लिखे एक पत्र में कहा गया है, ‘‘कम और मध्यम आय वाले देशों में भारी संख्या में लोगों को बगैर टीका लगाये रहने देना जन स्वास्थ्य के लिए एक लापरवाह रुख है, जो ऐसी परिस्थिति पैदा करेगा जिसमें कोविड के चिंताजनक स्वरूपों के कहीं अधिक विकसित होने की संभावना होगी।’’

भाषा सुभाष पवनेश

पवनेश


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