विश्व पटल पर आज भारत का रुख काफी मायने रखता है: जयशंकर |

विश्व पटल पर आज भारत का रुख काफी मायने रखता है: जयशंकर

विश्व पटल पर आज भारत का रुख काफी मायने रखता है: जयशंकर

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:47 PM IST, Published Date : September 26, 2022/9:10 am IST

(ललित के. झा)

वाशिंगटन, 26 सितंबर (भाषा) विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रविवार को कहा कि विश्व पटल पर आज भारत काफी मायने रखता है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वजह से भारत के रुख को महत्व दिया जाता है।

संयुक्त राष्ट्र महासभा के उच्च स्तरीय सत्र से इतर जयशंकर ने न्यूयॉर्क में कई विश्व नेताओं से मुलाकात की। जयशंकर ने कहा कि इन बैठकों में मिली प्रतिक्रिया के आधार पर वह उक्त बात कह सकते हैं।

जयशंकर ने भारत एवं अमेरिका के ‘फ्रेंडशिप काउंसिल एंड फाउंडेशन फॉर इंडिया एंड इंडियन डायसपोरा स्टडीज़’ (एफआईआईडीएस) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के साथ बातचीत में कहा कि आज विश्व पटल पर भारत की महत्वपूर्ण भूमिका है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व एवं उनकी नीतियों की वजह से भारत के रुख को गंभीरता से लिया जाता है।

उन्होंने न्यूयॉर्क में उनकी बैठकों के संदर्भ में कहा, ‘‘ आज हमारा रुख मायने रखता है, हमारे विचार मायने रखते हैं…इनमें आज बड़े मुद्दों से निपटने की क्षमता है। मेरा मानना है कि पिछले छह दिन में की गई वार्ताओं से यह बात प्रमुखता से सामने आई है।’’

यूक्रेन के एक सवाल पर जयशंकर ने कहा कि आज दुनिया की स्थिति ऐसी है कि एक बड़े संघर्ष का असर पूरी दुनिया पर पड़ता है।

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि इस संघर्ष के कई पहलू हैं और शायद उनमें से कुछ से (पहले) निपटा जा सकता है।’’

देश के विभिन्न हिस्सों से लॉस एंजिलिस और ह्यूस्टन तक के भारतीय-अमेरिकी इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे। संयुक्त राष्ट्र की वार्षिक महासभा में हिस्सा लेने के लिए न्यूयॉर्क में चार दिन तक रुकने के बाद विदेश मंत्री अमेरिकी राजधानी वाशिंगटन पहुंचे।

वाशिंगटन यात्रा के दौरान जयशंकर अमेरिका के विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन, रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन से मुलाकात कर सकते हैं। वह ‘कॉरपोरेट’ क्षेत्र और थिंक-टैंक समुदाय के लोगों से भी बातचीत कर सकते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘ एक राजनयिक के तौर पर मेरे अभी तक के कार्यकाल में शायद सबसे बड़ा बदलाव जो मैंने देखा और मुझे इसका हिस्सा बनने का सौभाग्य मिला, वह भारत और अमेरिका के बीच संबंधों में आया बदलाव है।’’

मंत्री ने कहा कि भारतीय-अमेरिकी दोनों देशों के बीच एक पुल के तौर पर इस बदलाव का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस संबंध को मजबूत करने में भारतीय-अमेरिकी समुदाय की एक बड़ी भूमिका है और इसके बारे में जितना बोला जाए कम हैं।

जयशंकर ने कहा, ‘‘ भारत, अमेरिका के संबंध केवल सरकारी नीतियों की वजह से नहीं, बल्कि भारतीय-अमेरिकियों की वजह से भी बदले हैं। ’’

भाषा निहारिका सिम्मी

सिम्मी

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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