इजराइल को आत्मरक्षा का अधिकार है लेकिन इसे किया कैसे जाता है, यह मायने रखता है: हैरिस

इजराइल को आत्मरक्षा का अधिकार है लेकिन इसे किया कैसे जाता है, यह मायने रखता है: हैरिस

इजराइल को आत्मरक्षा का अधिकार है लेकिन इसे किया कैसे जाता है, यह मायने रखता है: हैरिस
Modified Date: July 26, 2024 / 12:21 pm IST
Published Date: July 26, 2024 12:21 pm IST

(ललित के झा)

वाशिंगटन, 26 जुलाई (भाषा) अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ मुलाकात के दौरान गाजा में जारी युद्ध में आम लोगों की मौत की घटनाओं समेत मानवीय पीड़ा को रेखांकित किया और कहा कि इजराइल को आत्मरक्षा करने का अधिकार है लेकिन मायने यह रखता है कि वह अपनी रक्षा किस तरीके से करता है।

हैरिस ने अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ परिसर के आइजनहावर कार्यपालिका कार्यालय भवन में नेतन्याहू से मुलाकात की।

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उन्होंने इस मुलाकात के तत्काल बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने यह कई बार कहा है, लेकिन इसे दोहराना जरूरी है। इजराइल को अपना बचाव करने का अधिकार है और वह ऐसा किस तरीके से करता है, यह मायने रखता है। हमास एक क्रूर आतंकवादी संगठन है। हमास ने सात अक्टूबर को 44 अमेरिकियों सहित 1,200 निर्दोष लोगों की हत्या कर इस युद्ध की शुरुआत की। हमास ने यौन हिंसा के भयानक कृत्य किए हैं और 250 लोगों को बंधक बनाया है। ऐसे अमेरिकी नागरिक हैं जो गाजा में बंदी बने हुए हैं।’’

हैरिस ने कहा कि उन्होंने नेतन्याहू के साथ अपनी बैठक के दौरान प्रधानमंत्री के समक्ष गाजा में बड़ी संख्या में निर्दोष आम नागरिकों की मौत होने समेत मानवीय पीड़ा को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की।

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने वहां की भयावह मानवीय स्थिति के बारे में गंभीर चिंता व्यक्त की है। वहां 20 लाख से अधिक लोग खाद्य असुरक्षा और पांच लाख लोग गंभीर स्तर की खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहे हैं। पिछले नौ महीने में गाजा में जो कुछ हुआ है, वह विनाशकारी है।’’

हैरिस ने कहा, ‘‘कई मामलों में दूसरी, तीसरी या चौथी बार विस्थापित होने के बाद सुरक्षा के लिए भाग रहे हताश, भूखे लोगों और मृत बच्चों की तस्वीरें हैं। हम इन त्रासदियों के सामने आंखें नहीं मूंद सकते। मैं चुप नहीं रहूंगी।’’

हैरिस ने कहा कि युद्ध विराम और बंधकों की रिहाई के समझौते को लेकर वार्ता जारी है। उन्होंने कहा कि समझौते के पहले चरण में पूर्ण युद्ध विराम होगा, जिसके तहत गाजा के आबादी वाले केंद्रों से इजराइजी सेना की वापसी होगी और दूसरे चरण में, इजराइली सेना गाजा से पूरी तरह से पीछे हट जाएगी और इससे शत्रुता का स्थायी अंत होगा।

उन्होंने कहा, ‘‘इस युद्ध को समाप्त करने का समय आ गया है और यह इस तरह से समाप्त होना चाहिए कि इजराइल सुरक्षित हो, सभी बंधकों को रिहा किया जाए, गाजा में फलस्तीनियों की पीड़ा समाप्त हो और फलस्तीनी स्वतंत्रता, गरिमा एवं आत्मनिर्णय के अपने अधिकार का प्रयोग कर सकें। इस समझौते को लेकर वार्ता में आशाजनक प्रगति हुई है।’’

हैरिस ने कहा, ‘‘मैंने प्रधानमंत्री नेतन्याहू से अभी कहा कि इस समझौते को करने का समय आ गया है। जो लोग युद्ध विराम और शांति चाहते हैं, मैं उन्हें देख रही हूं और सुन रही हूं। आइए, हम यह समझौता करें ताकि हम युद्ध समाप्त कर सकें, बंधकों को घर वापस लाया जा सके और फलस्तीनियों को अत्यावश्यक राहत प्रदान की जा सके।’’

भाषा सिम्मी माधव

माधव


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