आलोचनाओं के बीच कमला हैरिस अमेरिका की दक्षिणी सीमा के लिए रवाना हुई

आलोचनाओं के बीच कमला हैरिस अमेरिका की दक्षिणी सीमा के लिए रवाना हुई

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  • Publish Date - June 25, 2021 / 12:00 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:49 PM IST

वाशिंगटन, 25 जून (भाषा) उपराष्ट्रपति बनने के बाद से कमला हैरिस को शुक्रवार को राजनीतिक रूप से संभवत: सर्वाधिक चुनौतीपूर्ण क्षण का सामना करना पड़ा, जब वहांअमेरिका की दक्षिणी सीमा के लिए रवाना हुई। इस क्षेत्र में तेजी से बढ़ रहे आव्रजन के मुद्दे पर बाइडन प्रशासन की प्रतिक्रिया को व्यक्त करने के लिए उन्हें अपनी अग्रणी भूमिका निभानी है।

टेक्सास के एल पासो में वह एक सीमा शुल्क एवं सीमा गश्त केंद्र का दौरा करेंगी, धार्मिक संगठनों के पैरोकारों और आश्रय एवं कानूनी सेवा प्रदाताओं के साथ बातचीत करेंगी तथा बयान देंगी।

उपराष्ट्रपति दौरा करने से इनकार करने को लेकर महीनों से दोनों पार्टियों (डेमोक्रेटिक एवं रिपब्लिकन) के सदस्यों की आलोचना का सामना कर रही थी।

रिपब्लिकन सांसदों ने हैरिस और राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा सीमा का दौरा नहीं करने के अवसर का लाभ उठाते हुए सीमा सुरक्षा के लिए प्रशासन को कमजोर साबित करने की कोशिश की। उन्होंने 2022के मध्यावधि चुनावों के लिए डेमोक्रेट के खिलाफ अपने राजनीतिक हथियार को धार देने की कोशिश की।

रिपब्लिकन सांसद बाइडन प्रशासन पर हमले तेज करने के लिए उपराष्ट्रपति के दौरे पर करीबी नजर रख रहे हैं।

विभिन्न प्रशासनिक अधिकारियों ने सीमा का कई बार दौरा किया है, लेकिन बाइडन और हैरिस की अनुपस्थिति ने कुछ डेमोक्रेट को भी इस चिंता में डाल दिया है कि इससे नुकसान हो चुका है।

टेक्सास के डेमोक्रेटिक सांसद हेनरी स्यूलर ने कहा, ‘‘प्रशासन डेमोक्रेट्स को कमजोर प्रदर्शित कर रहा है।’’

उनका जिला सेन एंटोनियो के दक्षिण से लेकर अमेरिका-मेक्सिको सीमा तक फैला हुआ है और पिछले चुनाव में उन्होंने करीब दो दशक लंबे अपने करियर में सबसे कम वोटों के अंतर से चुनाव जीता था।

बाइडन के राष्ट्रपति बनने के बाद प्रथम कुछ महीनों में रिकार्ड संख्या में प्रवासियों को सीमा पार करने की कोशिश करते देखा गया। अमेरिकी सीमा शुल्क एवं सीमा सुरक्षा ने मई में मेक्सिको से लगी सीमा पर 1,80,000 घुसपैठ की कोशिशें दर्ज की, जो मार्च 2000 से सर्वाधिक है।

हालांकि, हैरिस के सलाहकार सावधानीपूर्वक इस बात पर जोर दे रहे हैं कि आव्रजन के मुद्दे पर उपराष्ट्रपति का मुख्य ध्यान इसके मूल कारण का समाधान करने पर है।

एपी सुभाष माधव

माधव