मार्कोस जूनियर फिलीपीन के राष्ट्रपति चुनाव में जीत की ओर: मतगणना के अनधिकृत आंकड़े |

मार्कोस जूनियर फिलीपीन के राष्ट्रपति चुनाव में जीत की ओर: मतगणना के अनधिकृत आंकड़े

मार्कोस जूनियर फिलीपीन के राष्ट्रपति चुनाव में जीत की ओर: मतगणना के अनधिकृत आंकड़े

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:52 PM IST, Published Date : May 10, 2022/9:28 pm IST

मनीला, 10 मई (एपी) फिलीपीन के पूर्व तानाशाह शासक फर्डिनांड मार्कोस के समान नाम वाले उनके बेटे मार्कोस जूनियर देश के राष्ट्रपति चुनाव में जीत की ओर बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं।

देश में 1986 के उलट परिणाम आते नजर आ रहे हैं जब लोकतंत्र समर्थक विद्रोह हुआ था और फर्डिनांड मार्कोस को सत्ता से बेदखल होना पड़ा था।

मतगणना के अनधिकृत आंकड़ों के अनुसार मार्कोस जूनियर को 3.08 करोड़ से अधिक वोट मिले हैं।

मार्कोस जूनियर की निकटतम प्रतिद्वंद्वी उप राष्ट्रपति लेनी रोबरेडो को 1.47 करोड़ वोट मिलने का अनुमान है जिन्हें मानवाधिकारों और सुधारों का पैरोकार माना जाता है। वहीं प्रसिद्ध बॉक्सर रहे मैनी पाकियाओ को कुल 35 लाख वोट मिलने की संभावना है।

मार्कोस जूनियर के खेमे की उप राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार सारा ड्यूटर्टे भी इस पद की दौड़ में काफी आगे दिख रही हैं। वह निवर्तमान राष्ट्रपति रोड्रिगो ड्यूटर्टे की पुत्री हैं और दक्षिणी दवाओ शहर की मेयर हैं।

अधिपत्य वादी दोनों नेताओं के उत्तराधिकारियों के गठजोड़ की वजह से उन्हें उत्तर और दक्षिण में उनके परिवारों के राजनीतिक गढ़ों में अच्छे मत मिले हैं। हालांकि चुनाव परिणामों को देखते हुए मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की चिंताएं बढ़ गयी हैं।

मार्कोस विरोधी अनेक प्रदर्शनकारियों ने निर्वाचन आयोग के बाहर प्रदर्शन किया और उस पर वोट गिनने की मशीनों में धांधली करने तथा लोगों को वोट डालने से रोकने की कोशिश संबंधी अन्य आरोप लगाये। निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने कहा कि मशीनों में गड़बड़ी का असर नहीं के बराबर है।

तानाशाही शासन में उत्पीड़न झेल चुके कुछ कार्यकर्ताओं ने कहा कि वे मार्कोस की जीत की खबरों से निराश हैं और इसका विरोध करेंगे।

‘कैंपेन अगेंस्ट द रिटर्न ऑफ द मार्कोस एंड मार्शल लॉ’ ने कहा, ‘‘सरासर झूठ, ऐतिहासिक रूप से चीजों को तोड़ने-मरोड़ने और सामूहिक फरेब पर चलाये गये प्रचार अभियान के आधार पर जीत की संभावना जीत के लिए धोखाधड़ी के समान है। यह स्वीकार्य नहीं है।’’

मानवाधिकार आयोग की पूर्व अध्यक्ष एट्टा रोसेल्स ने कहा, ‘‘मैं उन कुछ लोगों में हूं जिन्हें प्रताड़ित किया गया। अन्य कुछ लोगों को मारा गया। मेरे साथ दुष्कर्म किया गया। न्याय और स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ते हुए मार्कोस के शासन में हमने बहुत कुछ सहा है।’’

मार्कोस जूनियर और सारा ड्यूटर्टे ने अपने प्रचार अभियान के दौरान संवेदनशील विषयों से बचने का प्रयास किया और राष्ट्रीय एकता की बात की। हालांकि दोनों के पिताओं को बतौर राष्ट्रपति अपने कार्यकाल में देश के इतिहास में सबसे ज्यादा आक्रोश पैदा करने वाला विभाजन करने के लिए जाना जाता है।

मार्कोस जूनियर ने अभी तक जीत का दावा नहीं किया है लेकिन देर रात में राष्ट्र के नाम अपने वीडियो संदेश में अपने समर्थकों का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने मतगणना पूरी होने तक समर्थकों से सतर्कता बरतने को कहा।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं सौभाग्यशाली हूं। मुझे उम्मीद है कि आपकी मदद बेकार नहीं जाएगी, आपका विश्वास बेकार नहीं जाएगा क्योंकि हमें आने वाले समय में बहुत काम करना है।’’

रोबरेडो ने हार नहीं मानी है लेकिन मतगणना के अनधिकृत आंकड़ों में मार्कोस जूनियर की बढ़त को स्वीकार किया है। उन्होंने अपने समर्थकों से सुधारों के लिए लड़ने को कहा। उन्होंने समर्थकों से डटकर खड़े रहने को कहा।

आगामी राष्ट्रपति पर निवर्तमान राष्ट्रपति रोड्रिगो ड्यूटर्टे पर उनके मादक पदार्थ रोधी अभियान के दौरान हजारों लोगों के मारे जाने के मुद्दे पर मुकदमा चलाने का दबाव बनाया जा सकता है।

ह्यूमन राइट्स वाच संस्था ने मार्कोस जूनियर से अपील की है कि यदि वह राष्ट्रपति बनते हैं तो फिलीपीन में मानवाधिकारों की स्थिति में सुधार करें।

पूर्व प्रांतीय गवर्नर, कांग्रेस सदस्य और सीनेटर 64 वर्षीय मार्कोस ने अपने पिता की विरासत का बचाव किया है और उनके तानाशाह शासन में अत्याचार होने की बात से इनकार किया है।

भाषा वैभव माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)