योग्याकार्ता (इंडोनेशिया), 10 मार्च (एपी) इंडोनेशिया में बृहस्पतिवार को माउंट मेरापी ज्वालामुखी फटने से करीब 250 निवासियों को अस्थायी आश्रयस्थलों में शरण लेनी पड़ी और आसपास के गांवों तथा शहरों में ज्वालामुखी की राख की चादर बिछ गयी। किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
राष्ट्रीय आपदा शमन एजेंसी के प्रवक्ता अब्दुल मुहारी ने एक बयान में कहा कि घनी आबादी वाले जावा द्वीप पर ज्वालामुखी में से कम से कम सात बार लावा निकला और पांच किलोमीटर तक के क्षेत्र में फैल गया। ज्वालामुखी फटने की आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनी जा सकती थी।
उन्होंने बताया कि 253 लोगों को निकालकर योग्याकार्ता विशेष प्रांत और मध्य जावा के क्लातेन जिले में ग्लागाहार्जो और उम्बुल्हार्जो में अस्थायी शिविरों में पहुंचाया गया।
मुहारी ने बताया कि ज्वालामुखी फटने से निकली राख आसपास के कई गांवों और शहरों तक फैल गयी। उन्होंने कहा कि फिलहाल किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
इंडोनेशिया की भूगर्भशास्त्र और ज्वालामुखी विज्ञान अनुसंधान एजेंसी ने कहा कि मेरापी पर रह रहे निवासियों को घटनास्थल से सात किलोमीटर दूर रहने की सलाह दी गयी है और उन्हें लावा से पैदा हुए खतरे की जानकारी होनी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि माउंट मेरापी इंडोनेशिया में सक्रिय 120 से अधिक ज्वालामुखियों में से सबसे अधिक सक्रिय ज्वालामुखी है।
एपी गोला प्रशांत
प्रशांत
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