अर्थव्यवस्था में नयी जान फूंकने के लिए राष्ट्रीय आर्थिक नीति बनाई जा रही है: विक्रमसिंघे |

अर्थव्यवस्था में नयी जान फूंकने के लिए राष्ट्रीय आर्थिक नीति बनाई जा रही है: विक्रमसिंघे

अर्थव्यवस्था में नयी जान फूंकने के लिए राष्ट्रीय आर्थिक नीति बनाई जा रही है: विक्रमसिंघे

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:58 PM IST, Published Date : August 3, 2022/6:25 pm IST

कोलंबो, तीन अगस्त (भाषा) श्रीलंका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार देश की संकटग्रस्त अर्थव्यवस्था में नयी जान फूंकने के वास्ते अगले 25 वर्षों के लिए एक राष्ट्रीय आर्थिक नीति तैयार कर रही है।

विक्रमसिंघे ने संसद के तीसरे सत्र के दौरान अपनी सरकार का नीतिगत वक्तव्य पेश करते हुए वर्तमान आर्थिक संकट से निकलने के उद्देश्य से एक बार फिर राजनीतिक दलों को सर्वदलीय सरकार के गठन के लिए आमंत्रित किया।

उन्होंने कहा, ”मुझे ऐसे समय में देश की बागडोर मिली है, जब यह संकट में फंसा हुआ है। एक ओर गंभीर आर्थिक संकट है तो दूसरी तरफ जनता की भारी नाराजगी है।’’

विक्रमसिंघे (73) ने कहा कि हालात की गहराई से समीक्षा करने के बाद उनकी सरकार अगले 25 वर्षों के लिए राष्ट्रीय आर्थिक नीति बनाने की तैयारी कर रही है। उन्होंने कहा, ”हमारा उद्देश्य 2025 तक प्राथमिक बजट में अधिशेष राशि रखना है। हम 2026 तक एक ठोस आर्थिक नींव स्थापित करने के लिए आर्थिक विकास दर को स्थिर रखने का प्रयास कर रहे हैं। फिलहाल, सार्वजनिक ऋण सकल घरेलू उत्पाद का 140 प्रतिशत है। हमारी योजना 2032 तक इसे 100 प्रतिशत से कम करने की है।”

इससे पहले उन्होंने देश को वर्तमान आर्थिक संकट से उबारने के प्रयासों के तहत राजनीतिक दलों को सर्वदलीय सरकार के गठन के लिए एक बार फिर आमंत्रित किया। उन्होंने सांसदों से कहा, ‘‘देश को चलाने के लिए सभी दलों को साथ आना होगा।’’

श्रीलंका महीनों से गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है। अप्रैल के मध्य में सरकार ने अंतरराष्ट्रीय कर्ज चुकाने से इनकार करते हुए दिवालिया होने की घोषणा कर दी थी।

भाषा जोहेब देवेंद्र

देवेंद्र

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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