पाकिस्तानी वायु सेना अपने बेड़े में जेएफ-17 लड़ाकू विमान शामिल करेगी

पाकिस्तानी वायु सेना अपने बेड़े में जेएफ-17 लड़ाकू विमान शामिल करेगी.. राफेल को टक्कर दे पाएगा JF-17.. जानिए किसमें कितना है दम?

पाकिस्तानी वायु सेना अपने बेड़े में जेएफ-17 लड़ाकू विमान शामिल करेगी

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:24 PM IST, Published Date : February 10, 2022/12:17 am IST

इस्लामाबाद, नौ फरवरी (भाषा) पाकिस्तानी वायु सेना अपनी ताकत को बढ़ाने के मद्देनजर अगले महीने के अंत तक अपने बेड़े में जेएफ-17 थंडर लड़ाकू विमानों के नवीनतम संस्करण को शामिल करेगी, जिसे संयुक्त रूप से चीन के साथ विकसित किया गया है।

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यह जानकारी एक शीर्ष रक्षा अधिकारी ने दी।

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पाकिस्तानी वायु सेना के एक प्रवक्ता मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय मीडिया को बताया कि अगली पीढ़ी के ‘जेएफ-17 थंडर ब्लाक-3’ विमान 23 मार्च को आयोजित होने वाली सैन्य परेड के अवसर पर ”फ्लाई-पास्ट” में हिस्सा लेंगे।

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उन्होंने बताया कि ये विमान इस श्रृंगला के नवीनतम संस्करण के हैं और इनके उड़ान परीक्षण पूरे कर लिए गए हैं।

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हर मोर्च पर राफेल पड़ेगा भारी

भारतीय राफेल बनाम पाकिस्तानी जेएफ-17 पाकिस्तान में इस वक्त जेएफ-17 का उन्नत वर्जन बनाया जा रहा है, जिसकी डिलीवरी पाकिस्तानी वायुसेना को अगले साल से होने की संभावना है और हर साल पाकिस्तान में 12 जेएफ-17बी फाइटर जेट बनाए जाएंगे। भारतीय राफेल और पाकिस्तानी जेएफ-17, दोनों ही फाइटर जेट 4.5/4+ पीढ़ी के विमान हैं और यह नामकरण चौथी पीढ़ी के विमानों के बारे में बताता है। इन दोनों ही फाइटर जेट में बेहद सक्रिय और स्कैनिंग रडार लगे हुए हैं। इसके साथ ही दोनों ही फाइटर जेट में उच्च क्षमता वाले डेटा लिंक, हाई टेक्नोलॉजी एवियोनिक्स और आधुनिक हथियारों को ले जाने की क्षमता दोनों ही विमानों के पास हैं। हालांकि, दोनों ही विमान स्टील्थ टेक्नोलॉजी के मुकाबले कम हैं। लेकिन, जेएफ-17 की तुलना में राफेल एक बार में ज्यादा हथियार ले जाने में सक्षम है और राफेल के जरिए परमाणु मिसाइलों को भी दागा जा सकता है, जो राफेल को पाकिस्तानी जेएफ-17 से घातक बनाता है।

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अगर भारतीय राफेल और पाकिस्तानी जेएफ-17 के बीच मुकाबला कराया जाए को निर्विवाद रूप से जेएफ-17 पर भारतीय राफेल भारी पड़ेगा। जेएफ-17 फाइटर जेट के लिए सबसे बड़ी दिक्कत अपने कमजोर रडार सिस्टम से राफेल को पकड़ने की होगी। दूसरी तरफ जेएफ-17 की अधिकतम रफ्तार 1975 किलोमीटर प्रतिघंटा है, लेकिन ज्यादा हथियार लेने के बाद ये क्षमता प्रभावित होने के साथ साथ इंधन भी ज्यादा तेजी से खत्म होने लगता है और यहां राफेल को बढ़त मिलता है। राफेल की अधिकतम रफ्तार 2130 किलोमीटर प्रति घंटे की है और ज्यादा वजनी हथियार लेकर उड़ने के बाद भी इसके रफ्तार पर असर नहीं होगा और इंधन टैंक पर भी प्रभाव नहीं पड़ेगा।

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वजन उठाने की क्षमता भारतीय राफेल जहां 24 हजार 500 किलोग्राम वजन उठाकर मार करने में सक्षम है, नहीं पाकिस्तानी जेएफ-17 की मौजूदा क्षमता राफेल के मुकाबले करीब आधा है। जेएफ-17 फाइटर जेट अधिकतम 12 हजार 383 किलोग्राम वजन उठा सकता है। बात अगर लंबाई और चौड़ाई की करें तो, पाकिस्तानी जेएफ-17 फाइटर जेट 14.9 मीटर लंबा है, जबकि ये 4.7 मीटर ऊंचा है, वहीं राफेल 15.3 मीटर लंबा और 5.3 मीटर ऊंचा है। वहीं राफेल की विंगस्पैन सिर्फ 10.9 मीटर है, जो इसे पहाड़ी क्षेत्रों में किसी भी कंडीशन में मार करने में सक्षम बनाता है।

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भारतीय राफेल विमान के पास चुंकी ज्यादा वजन उठाने की क्षमता है, लिहाजा राफेल ज्यादा से ज्यादा हथियारों को एक बार में ले जाने में सक्षम है। भारतीय राफेल विमान बिना ईंधन टैंक पर प्रभाव डाले जेएफ-17 के मुकाबले काफी ज्यादा हथियारों के साथ उड़ान भरने और ज्यादा समय तक मार करने में सक्षम है, जबकि जेएफ-17 के पास ये क्षमता नहीं है। वहीं, जेएफ-17 के रडार का रेंज चूंकी राफेल के मुकाबले काफी कम है, लिहाजा मिसाइल दागने की क्षमका भी पाकिस्तानी फाइटर जेट में काफी कम हो जाती है और पहाड़ी क्षेत्रों में जेएफ-17 एक तरह से काम का नहीं रह जाता है, जहां काफी टर्न होते हैं। इसके साथ ही भारतीय राफेल विमान कई तरह के मिसाइलों को हवा से ही लॉन्च करने में सक्षम है।