कार्मिक मामला: ट्रंप द्वारा मांगे गए इस्तीफों से विदेश विभाग के नेतृत्व पर असर पड़ा

कार्मिक मामला: ट्रंप द्वारा मांगे गए इस्तीफों से विदेश विभाग के नेतृत्व पर असर पड़ा

कार्मिक मामला: ट्रंप द्वारा मांगे गए इस्तीफों से विदेश विभाग के नेतृत्व पर असर पड़ा
Modified Date: January 21, 2025 / 03:56 pm IST
Published Date: January 21, 2025 3:56 pm IST

वाशिंगटन, 21 जनवरी (एपी) अमेरिका में विदेश विभाग में राजनीतिक रूप से नियुक्त नेतृत्व पदों पर बड़ी संख्या में कार्यरत वरिष्ठ अनुभवी राजनयिकों ने डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन की मांग पर अपने पद छोड़ दिया है। वर्तमान और निवर्तमान अमेरिकी अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि ट्रंप की योजना उन पदों पर अपने लोगों को नियुक्त करने की है।

राष्ट्रपति चुनाव के बाद विभाग के वरिष्ठ पदों पर कार्मिक परिवर्तन, जैसा कि सभी संघीय एजेंसियों में होता है, असामान्य नहीं है। उन पदों पर कार्यरत अनुभवी अधिकारियों को नए प्रशासन के कार्यभार संभालने से पहले त्यागपत्र प्रस्तुत करना आवश्यक होता है।

अतीत में, इनमें से कुछ इस्तीफों को स्वीकार नहीं किया गया था, जिससे अनुभवी अधिकारियों को कम से कम अस्थायी रूप से अपने पदों पर बने रहने की अनुमति मिल गई थी, जब तक कि नया प्रभारी अपनी टीम का नामांकन नहीं कर देता।

 ⁠

इससे नौकरशाही के दिन-प्रतिदिन के कामकाज में कुछ हद तक निरंतरता बनी रहती है।

किसी भी प्रशासनिक परिवर्तन के दौरान हालांकि बदलाव अपरिहार्य और अपेक्षित होता है, लेकिन विदेश नीति के क्षेत्र में यह बदलाव ऐसे समय में हुआ है, जब यूक्रेन और पश्चिम एशिया में स्थिति तनावपूर्ण होती जा रही है।

रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष जारी है, तथा गाजा में इजराइल और हमास के बीच अस्थायी युद्ध विराम को बढ़ाने और विस्तार देने के लिए अगले महीने की शुरुआत में नई वार्ता की आवश्यकता होगी।

इस प्रकार, विदेश विभाग और व्हाइट हाउस राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएससी) के शीर्ष पदों में परिवर्तन का प्रभाव पिछले परिवर्तनों की तुलना में अधिक महत्वपूर्ण हो सकता है।

एपी

मनीषा प्रशांत

मनीषा


लेखक के बारे में