काबुल में बम विस्फोट में पुलिस प्रमुख, अंगरक्षक की मौत : अधिकारी

काबुल में बम विस्फोट में पुलिस प्रमुख, अंगरक्षक की मौत : अधिकारी

काबुल में बम विस्फोट में पुलिस प्रमुख, अंगरक्षक की मौत : अधिकारी
Modified Date: November 29, 2022 / 08:28 pm IST
Published Date: February 10, 2021 11:40 am IST

काबुल, 10 फरवरी (एपी) काबुल में बुधवार को पुलिस को निशाना बना कर किए गए सिलसिलेवार बम विस्फोट में एक जिला पुलिस प्रमुख और उनके अंगरक्षक की मौत हो गई जबकि पांच अन्य लोग जख्मी हो गए हैं।

विस्फोट की तत्काल किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है। गाड़ी पर ”स्टीकी बम” लगाकर इस विस्फोट को अंजाम दिया गया। ”स्टीकी बम” से होने वाले विस्फोट में रिमोट का इस्तेमाल होता है या इसमें टाइमर (बम में फटने का समय तय कर देना) का उपयोग किया जाता है।

अफगानिस्तान के दो अधिकारियों के मुताबिक, सबसे बड़ा हमला पश्चिमी काबुल के एक इलाके में पुलिस की कार पर किया गया जिसमें शहर के जिला 5 के पुलिस प्रमुख मोहम्मदजई कोची और उनके अंगरक्षक की मौत हो गई। कार का चालक जख्मी है।

 ⁠

काबुल पुलिस के प्रवक्ता फिरदौस फरमार्ज़ ने कहा कि घटना से एक घंटा पहले, ”स्टीकी बम” से दो और विस्फोट किए गए थे। एक विस्फोट उस स्थान से 50 मीटर दूर किया गया था जहां पुलिस की कार को निशाना बनाया गया है। इस में चार लोग जख्मी हुए थे। वहीं अन्य विस्फोट में कोई हताहत नहीं हुआ जो काबुल में अन्य स्थान पर हुआ था।

”स्टीकी बम” एक विस्फोटक उपकरण होता है, जिसे उस स्थान पर चिपका दिया जाता है जहां विस्फोट करना है।

अफगानिस्तान में विस्फोटों, लक्षित हत्याओं और हिंसा के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। वहीं तालिबान और अफगानिस्तान सरकार के बीच कतर में चल रही शांति वार्ता रुक गई है।

इस्लामिक स्टेट समूह से संबद्ध स्थानीय संगठन ने कुछ हमलों की जिम्मेदारी ली है। हालांकि कई हमलों की किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है। अफगान सरकार इन हमलों के लिए तालिबान को जिम्मेदार ठहराती है लेकिन उसने (तालिबान ने) अधिकतर हमलों में अपना हाथ होने से इनकार किया है।

पूर्वी गज़नी प्रांत में प्रांतीय गवर्नर के प्रवक्ता वहीदुल्ला जुमाज़ादा ने बताया कि तालिबान के साथ लड़ाई के दौरान हवाई हमले किए गए थे जिसमें विदेशी लड़ाकों समेत 22 विद्रोही मारे गए।

तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने फौरन ट्वीट कर इसका खंडन किया और कहा कि अफगान सरकार के बल गज़नी में हार गए थे।

उन्होंने दावा किया कि तालिबान में कोई भी विदेशी लड़ाका नहीं है।

एपी सुरभि उमा

उमा


लेखक के बारे में