पोप लियो 14वें बाल दुर्व्यवहार के खिलाफ लड़ाई जारी रखने का दिया संकेत
पोप लियो 14वें बाल दुर्व्यवहार के खिलाफ लड़ाई जारी रखने का दिया संकेत
रोम, पांच जुलाई (एपी) कैथोलिक ईसाई पंथ के सर्वोच्च नेता पोप लियो 14वें ने शनिवार को फ्रांस के बिशप थिबॉल्ट वर्नी को वेटिकन के बाल संरक्षण सलाहकार आयोग का प्रमुख नियुक्त करके पादरियों द्वारा बाल यौन शोषण के खिलाफ लड़ाई जारी रखने की प्रतिबद्धता का संकेत दिया।
वर्नी (59)ने बोस्टन के सेवानिवृत्त आर्कबिशप अमेरिकी कार्डिनल सीन ओमैली की जगह ली है। ओमैली नाबालिगों की सुरक्षा के लिए पोंटिफिकल कमीशन के संस्थापक अध्यक्ष थे, जो पोप फ्रांसिस द्वारा 2014 में स्थापित एक सलाहकार समूह है। इसका उद्देश्य चर्च को दुर्व्यवहार से लड़ने और बच्चों की सुरक्षा के लिए सर्वोत्तम तरीकों पर सलाह देना है।
पोप के तौर पर फ्रांसिस के 12 साल कार्यकाल के दौरान जब बाल उत्पीड़न के मामले वैश्विक स्तर पर आने लगे तो आयोग ने शुरू में अपना प्रभाव खो दिया और इसकी सबसे महत्वपूर्ण सिफारिश आरोपी पादरियों को बचाने वाले बिशप की सुनवाईके लिए एक न्यायाधिकरण गठित करने पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
कई वर्षों के सुधार और नए सदस्यों के बाद, यह एक ऐसा स्थान बन गया है जहां पीड़ितों की सुनवाई हो सकती है और बिशप दुर्व्यवहार से लड़ने के लिए दिशानिर्देश तैयार करने पर सलाह ले सकते हैं।
वर्नी वर्तमान में फ्रांस के चैंबरी के बिशप हैं। वह 2022 से आयोग के सदस्य हैं और फ्रांस में बिशप सम्मेलन की बाल संरक्षण परिषद के प्रमुख हैं, जहां चर्च दशकों से चल रहे खुलासों और पादरियों और बिशप द्वारा दुर्व्यवहार के मामले सामने आने से चर्च मुश्किल स्थिति का सामना कर रहा है। वर्नी आयोग के उन सदस्यों में शामिल हैं जिन्होंने पिछले महीने लियो से मुलाकात की थी।
बिशप पीड़ितों की शिकायत प्राप्त करने के लिए फ्रांसीसी चर्च के केंद्रों का वार्षिक ऑडिट करने के लिए जिम्मेदार रहे हैं। यह पहल फ्रांसीसी चर्च में उत्पीड़न की घटनाओं को लेकर 2021 आई रिपोर्ट के बाद शुरू की गई थी जिसमें अनुमान लगाया गया था कि पिछले 70 वर्षों में फ्रांस में 330,000 बच्चों का चर्च कर्मियों द्वारा यौन शोषण किया गया था।
एपी धीरज माधव
माधव

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