श्रीलंकाई सांसद ने संसद से भारत पर अमेरिकी शुल्क के प्रभाव को हल्के में न लेने का आग्रह किया

श्रीलंकाई सांसद ने संसद से भारत पर अमेरिकी शुल्क के प्रभाव को हल्के में न लेने का आग्रह किया

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  • Publish Date - August 11, 2025 / 07:35 PM IST,
    Updated On - August 11, 2025 / 07:35 PM IST

कोलंबो, 11 अगस्त (भाषा) श्रीलंका के एक सांसद ने संसद से आग्रह किया है कि वह भारत पर अमेरिकी शुल्कों के प्रभाव को हल्के में न ले और उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत ही एकमात्र देश है जिसने सबसे खराब आर्थिक संकट के दौरान श्रीलंका को महत्वपूर्ण सहायता प्रदान की। मीडिया में प्रकाशित एक खबर में सोमवार को यह जानकारी दी गई ।

हर्षा डी सिल्वा ने संसद में अपने विचार रखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ‘अनुचित और चयनात्मक’ व्यापार उपायों के प्रति भारत के विरोध का बचाव किया।

‘डेली मिरर’ की खबर के मुताबिक, उन्होंने कहा, ‘भारत पर मत हंसो। जब वे नीचे हों तो उनका मजाक मत उड़ाओ, क्योंकि जब हम नीचे थे तो वे ही अकेले थे जिन्होंने हमारी मदद की थी।’

सांसद ने कहा, “खेल अभी खत्म नहीं हुआ है। हमने आपको हंसते हुए देखा। हंसो मत। भारत को उम्मीद थी कि शुल्क 15 फीसदी तक कम होंगे और हमें भी यही उम्मीद थी।’

श्रीलंका के 2022 की वित्तीय स्थित बहुत ज्यादा खराब हो गई थी, जिस कारण ईंधन स्टेशन सूख गए, खाद्यान्न और दवाओं की आपूर्ति कम हो गई तथा विदेशी भंडार समाप्त हो गया था।

भारत कोलंबो का सबसे बड़ा समर्थक बनकर उभरा, जिसने चार अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक की ऋण सुविधा, मुद्रा विनिमय और ऋण भुगतान को स्थगित करने के साथ-साथ मानवीय सहायता की कई खेपें भी उपलब्ध कराईं।

राष्ट्रपति ट्रंप ने बुधवार को भारत द्वारा रूसी तेल के निरंतर आयात के कारण भारतीय वस्तुओं पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगा दिया – जो दोगुना होकर अब 50 प्रतिशत हो गया।

भाषा

नोमान सुरेश

सुरेश