पुराने दर्द के लिए औषधीय भांग का इस्तेमाल करने वालों की संख्या बढ़ी, लेकिन क्या यह कारगर है?

पुराने दर्द के लिए औषधीय भांग का इस्तेमाल करने वालों की संख्या बढ़ी, लेकिन क्या यह कारगर है?

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Modified Date: May 19, 2025 / 12:35 PM IST
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Published Date: May 19, 2025 12:35 pm IST

(सुजैन नीलसन और मायफैनवी ग्राहम, मोनाश यूनिवर्सिटी)

मेलबर्न, 19 मई (द कन्वरसेशन) ऑस्ट्रेलिया में चिकित्सक लोगों को पहले से कहीं अधिक औषधीय भांग लेने का परामर्श दे रहे हैं।

औषधीय भांग का मतलब कानूनी रूप से निर्धारित भांग उत्पादों से है। ये या तो पौधे ही होते हैं, या पौधे से निकाले गए प्राकृतिक तत्व होते हैं। टेट्राहाइड्रोकैनाबिनोल (टीएचसी) और कैनाबिडियोल (सीबीडी) जैसे तत्वों को कैनाबिनोइड्स कहा जाता है। कुछ कैनाबिनोइड्स प्रयोगशालाओं में भी बनाए जाते हैं और ये पौधे में मौजूद तत्वों की तरह काम करते हैं।

औषधीय भांग विभिन्न रूपों में आती है, जैसे तेल, कैप्सूल, सूखे फूल (वाष्पीकरण में इस्तेमाल किए जाने वाले), स्प्रे और खाद्य रूप जैसे ‘गमी’ आदि।

वर्ष 2016 में विनियामक परिवर्तनों के बाद से औषधीय भांग को अधिक सुलभ बनाया गया है। ऑस्ट्रेलिया के नियामक ने 7,00,000 से अधिक अनुमोदन जारी किए हैं

इनमें से लगभग आधे अनुमोदन ऐसे पुराने दर्द के लिए हैं जो कैंसर के कारण नहीं है।

ऑस्ट्रेलिया में 45 वर्ष या उससे अधिक आयु का पांच में से एक व्यक्ति क्रॉनिक दर्द (पुराने दर्द) से पीड़ित है जिसका लोगों के जीवन पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है।

तो फिर वर्तमान साक्ष्य हमें पुराने दर्द के लिए औषधीय भांग की प्रभावशीलता के बारे में क्या बताते हैं?

साक्ष्य क्या दर्शाते हैं

32 नियंत्रित परीक्षणों की समीक्षा की गई जिसमें पुराने दर्द से पीड़ित लगभग 5,200 लोग शामिल थे। इसमें औषधीय भांग या कैनाबिनोइड्स के प्रभावों की जांच की गई। अध्ययन में प्लेसबो की तुलना में दर्द और शारीरिक कार्यप्रणाली में थोड़ा सुधार पाया गया।

इसका मतलब यह नहीं है कि औषधीय भांग से कोई लाभ नहीं है। हां यह जरूर है कि लाभ कम संख्या में लोगों तक सीमित हैं।

दर्द चिकित्सा संकाय, जो विशेषज्ञ दर्द चिकित्सकों के प्रशिक्षण और शिक्षा के लिए समर्पित पेशेवर निकाय है ने सिफारिश की है कि औषधीय भांग को नैदानिक ​​परीक्षणों तक ही सीमित रखा जाना चाहिए।

नियामक क्या कहता है?

ऑस्ट्रेलिया के नियामक ‘थेरेप्यूटिक गुड्स एडमिनिस्ट्रेशन’ (टीजीए) ने ‘क्रॉनिक नॉन-कैंसर’ दर्द के लिए औषधीय भांग पर दिए गए मार्गदर्शन में इन अनिश्चितताओं को दर्शाया है।

टीजीए का कहना है कि इस बात के सीमित प्रमाण हैं कि औषधीय भांग कई प्रकार के दर्द में कोई खास राहत पहुंचाती है। इसलिए, संभावित लाभ बनाम नुकसान के संबंध में प्रत्येक रोगी के हिसाब से आकलन किया जाना चाहिए।

उन लोगों के बारे में क्या जो कहते हैं कि इससे मदद मिलती है?

यह सबूत उन लोगों के अनुभवों से भिन्न लग सकता है जो औषधीय भांग से राहत मिलने की बात कहते हैं।

नौदानिक परीक्षण में यह आम है कि लोग भिन्न भिन्न जबाव दें क्योंकि जिस प्रकार से हर व्यक्ति की सेहत अलग होती है उन पर दवा का असर भी अलग होता है।

शोध से हमें यह समझने में मदद मिलती है कि ज़्यादातर लोगों के लिए क्या नतीजे सामान्य या अपेक्षित हैं, लेकिन इनमें भिन्नता भी है। कुछ लोगों को लग सकता है कि औषधीय भांग उनकी दर्द, नींद या सामान्य स्वास्थ्य में सुधार करता है – खासकर अगर अन्य उपचारों से मदद नहीं मिली हो तो।

इसके साइड इफ़ेक्ट और जोखिम क्या हैं?

किसी भी दवा की तरह औषधीय भांग के भी संभावित साइड इफ़ेक्ट या दुष्प्रभाव होते हैं। ये आम तौर पर हल्के से मध्यम होते हैं, जिनमें नींद आना या बेहोशी, चक्कर आना, एकाग्रता में कमी, मुंह सूखना, मतली आदि शामिल हैं।

यदि आप औषधीय भांग के इस्तेमाल पर विचार कर रहे हैं तो अपने चिकित्सक से इस पर बात करें खासतौर पर वह जो आपके पूर्ण चिकित्सा इतिहास से परिचित हो, ताकि आपको अपने दर्द कम करने में मदद करने के लिए सर्वोत्तम तरीकों का निर्णय लेने में मदद मिल सके।

(द कन्वरसेशन) शोभना वैभव

वैभव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)