इस देश के राष्ट्रपति का निधन, कैंसर के इलाज के दौरान ली आखिरी सांस, कई देशों के नेताओं ने दी श्रद्धांजलि 

Namibian President Passed Away : नामीबिया के राष्ट्रपति हेज गेनगॉब का एक स्थानीय अस्पताल में इलाज के दौरान रविवार को निधन हो गया।

इस देश के राष्ट्रपति का निधन, कैंसर के इलाज के दौरान ली आखिरी सांस, कई देशों के नेताओं ने दी श्रद्धांजलि 

Tihar Jail Murder

Modified Date: February 4, 2024 / 11:09 pm IST
Published Date: February 4, 2024 11:07 pm IST

हरारे : Namibian President Passed Away : नामीबिया के राष्ट्रपति हेज गेनगॉब का एक स्थानीय अस्पताल में इलाज के दौरान रविवार को निधन हो गया। उनके कार्यालय ने यह घोषणा की। वह 82 वर्ष के थे। इसके शीघ्र बाद, उप राष्ट्रपति एंगोलो मुम्बा को कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण कराई गई। उन्होंने दिवंगत राष्ट्रपति के शेष कार्यकाल को पूरा करने के लिए राजधानी विंडहोक में शपथ ली। देश में नवंबर में चुनाव होने हैं। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मुम्बा अगले साल 21 मार्च तक नामीबिया का नेतृत्व करेंगे, जब चुनाव में जीत हासिल करने वाले नेता राष्ट्रपति का पदभार ग्रहण करेंगे।

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राष्ट्रपति कार्यालय से बयान जारी

Namibian President Passed Away :  इससे पहले, अफ्रीका के सबसे स्थिर लोकतांत्रिक देशों में से एक नामीबिया के राष्ट्रपति कार्यालय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि लेडी पोहाम्बा हॉस्पिटल में गेनगॉब के चिकित्सा दल ने उन्हें बचाने का पूरा प्रयास किया लेकिन उनका निधन हो गया। अस्पताल में उनकी पत्नी मोनिका गेनगॉब और उनकी संतान भी मौजूद थे। कार्यवाहक राष्ट्रपति मुम्बा ने पिछले महीने बताया था कि गेनगॉब का कैंसर का इलाज चल रहा था। उनकी आठ जनवरी को कोलोनोस्कोपी और गैस्ट्रोस्कोपी हुई थी और उसके बाद उनकी बायोप्सी हुई थी। उनके कार्यालय के अनुसार, वह अमेरिका में कैंसर का इलाज कराने के बाद 31 जनवरी को स्वदेश लौटे थे। 2014 में उन्होंने प्रोस्टेट कैंसर से जंग जीतने के बारे में बताया था।

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गेनगॉब इस अफ्रीकी राष्ट्र के 2015 से राष्ट्रपति थे और उनका दूसरा तथा अंतिम कार्यकाल इस साल खत्म होना था। वह 1990 में नामीबिया के स्वतंत्रता हासिल करने के बाद से देश के तीसरे राष्ट्रपति बने थे। रंगभेद विरोधी कार्यकर्ता के तौर पर करीब तीन दशक तक पड़ोसी देश बोत्सवाना और अमेरिका में निर्वासन में रहने के बाद गेनगॉब देश में लौटे और 1990 से 2002 तक नामीबिया के पहले प्रधानमंत्री रहे। वह 2008 से 2012 तक भी प्रधानमंत्री पद पर रहे। मृदु भाषी लेकिन अफ्रीका के एजेंडे का पुरजोर समर्थन करने वाले गेनगॉब का अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों से करीब संबंध रहा। लेकिन कई अन्य अफ्रीकी नेताओं की तरह उन्होंने चीन के साथ भी अच्छे संबंध स्थापित किए। विवादों, हिंसक चुनावों और तख्तापलट से त्रस्त इस क्षेत्र में स्थित नामीबिया में राजनीतिक और आर्थिक स्थिरता है।

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विभिन्न देशों के नेताओं ने जताया शोक

Namibian President Passed Away :  अफ्रीकी सहित विभिन्न देशों के नेताओं ने रविवार को गेनगॉब के निधन पर शोक जताया। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह गेनगॉब से मुलाकात की यादों को ‘हमेशा संजोकर रखेंगे’। एक बयान के मुताबिक पुतिन ने कहा, ‘‘नामीबिया और रूस के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध विकसित करने में उनके व्यक्तिगत योगदान को कम करके आंकना मुश्किल है।’’ जिम्बाब्वे के राष्ट्रपति एमर्सन मनावा ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि गेनगॉब के नेतृत्व को याद किया जाएगा। पड़ोसी देश और नामीबिया के सबसे बड़े व्यापार साझेदार दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने उन्हें ‘‘हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था में करीबी साझेदार और नामीबिया की औपनिवेशवाद और रंगभेद से मुक्ति का एक अनुभवी नेता’’ बताया। केन्या के प्रधानमंत्री विलियम रुतो ने कहा कि ‘‘गेनगॉब एक प्रतिष्ठित नेता थे जिन्होंने ध्यान और समर्पण से नामीबिया के लोगों की सेवा की।’’ नामीबिया में नया नेता चुनने के लिए नवंबर में चुनाव होने की संभावना है।

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