कोरोना से फिर बिगड़े हालात, चीन में साल 2020 से ज्यादा मामले आए सामने, नहीं बची क्वारंटीन की जगह

कोरोना से फिर बिगड़े हालात, चीन में साल 2020 से ज्यादा मामले आए सामने, नहीं बची क्वारंटीन की जगह

कोरोना से फिर बिगड़े हालात, चीन में साल 2020 से ज्यादा मामले आए सामने, नहीं बची क्वारंटीन की जगह

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:54 PM IST, Published Date : March 17, 2022/10:57 am IST

Covid Cases due to china 2022 : बीजिंग। कोरोना से चीन में फिर हालात बिगड़ते नजर आ रहे हैं। पिछले 10 हफ्तों में चीन में 14000 से अधिक केस सामने आए हैं। माना जा रहा है कि ओमिक्रॉन के चलते केस तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में चीन को कई शहरों में लॉकडाउन लगाना पड़ा है। आशंका जताई जा रही है कि चीन की अर्थव्यवस्था पर भी इसका असर पड़ सकता है।

पढ़ें- कोवैक्सीन की दो डोज के बाद कोविशील्ड की बूस्टर डोज से बन रही 6 गुना ज्यादा एंटीबॉडीज..स्टडी में बड़ा दावा

लोगों को टेस्ट के लिए मारामारी से जूझना पड़ रहा है। इतना ही नहीं चीन की सख्त ‘जीरो कोविड पॉलिसी’ के तहत लोगों को क्वारंटीन किया जा रहा है। चीन में कोरोना से सबसे प्रभावित जिलिन में अस्पतालों में क्वारंटीन करने के लिए जगह कम पड़ गई है। ऐसे में लोगों को क्वारंटीन करने के लिए अस्थाई अस्पताल बनाए जा रहे हैं। एक स्थानीय अधिकारी ने बताया कि यहां कोरोना को रोकने के लिए उपलब्ध मेडिकल सप्लाई सिर्फ 2-3 दिन की बची है।

पढ़ें- रूसी बमबारी से श्मशान बना मरियूपोल थिएटर.. मलबे में दबे हो सकते हैं हजारों लोग

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में एपिडेमियोलॉजी के प्रोफेसर चेन झेंगमिन ने कहा, अगले दो हफ्ते यह निर्धारित करने के लिए अहम हैं कि प्रतिबंध समेत उठाए जा रहे मौजूदा कदम क्या संक्रमण रोकने के लिए काफी हैं। क्या पिछले साल की तरह इस बार भी इन कदमों के बाद शहर में केस कम हो सकते हैं।

पढ़ें- सिंगल चार्ज में दौड़ेगी 650km.. केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने लॉन्च की धुएं की जगह पानी छोड़ने वाली कार 

चीन कोरोना के खिलाफ जीरो कोविड पॉलिसी’ अपनाता है। इसमें संक्रमितों की पहचान की जाती है, फिर उन्हें क्वारंटीन किया जाता है। चीन में करीब 90% आबादी को कोरोना वैक्सीन लग चुकी है। हालांकि, चीनी विशेषज्ञों का दावा है कि पर्याप्त बुजुर्गों को बूस्टर नहीं लगे हैं, जिससे संक्रमण और मौत का खतरा बना हुआ है। अभी यह भी साफ नहीं है कि चीनी वैक्सीन ओमिक्रॉन को रोकने में कितनी कारगर है।

पढ़ें- भूकंप से 4 लोगों की मौत, 90 से ज्यादा घायल.. झटके इतने तेज थे कि नहीं मिला संभलने का मौका