आबूधाबी इंटरनेशल एयरपोर्ट पर ड्रोन से हमला, दो भारतीयों सहित 3 की मौत, 6 लोग घायल

आबूधाबी इंटरनेशल एयरपोर्ट पर ड्रोन से हमला, दो भारतीयों सहित 3 की मौतः Two Indians killed in Abu Dhabi drone attack

आबूधाबी इंटरनेशल एयरपोर्ट पर ड्रोन से हमला, दो भारतीयों सहित 3 की मौत, 6 लोग घायल
Modified Date: November 29, 2022 / 08:01 pm IST
Published Date: January 17, 2022 6:01 pm IST

दुबई : Two Indians killed in Abu Dhabi drone attack अबू धाबी में सोमवार को तीन तेल टैंकरों में विस्फोट और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के मुख्य हवाई अड्डे के एक विस्तार पटल पर आग लगने की एक अन्य घटना संदिग्ध ड्रोन हमले की वजह से हुई हो सकती है, जिनमें तीन लोगों की मौत हो गयी और छह लोग घायल हो गये। पुलिस ने एक बयान में यह बात कही। अबू धाबी पुलिस ने मृतकों की पहचान दो भारतीय नागरिकों और एक पाकिस्तानी के तौर की है। घायलों की पहचान नहीं हुई है, जिन्हें पुलिस के अनुसार मामूली चोट आई हैं। पुलिस ने कहा कि जांच चल रही है।

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Two Indians killed in Abu Dhabi drone attack अबू धाबी पुलिस ने संदिग्ध हमले के पीछे अभी किसी पर संदेह नहीं जताया है, लेकिन यमन के हूती विद्रोहियों ने संयुक्त अरब अमीरात पर निशाना साधने के लिए हमला करने की जिम्मेदारी ली है। ईरान समर्थित हूतियों ने पहले भी अनेक हमलों को अंजाम दिये जाने का दावा किया है, जिन्हें बाद में अमीरात के अधिकारियों ने खारिज कर दिया। अबू धाबी पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में छोटी-छोटी उड़ने वाली वस्तुओं के दोनों इलाकों में गिरने का पता चला है, जो संभवत: ड्रोन से संबंधित हो सकती हैं। इनसे विस्फोट और आग की घटना को अंजाम दिया गया हो सकता है। उन्होंने कहा कि इन घटनाओं में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। पुलिस ने इससे ज्यादा जानकारी नहीं दी।

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यूएई 2015 की शुरुआत से ही यमन में संघर्ष कर रहा है। यमन में अंतरराष्ट्रीय समर्थन प्राप्त सरकार को सत्ता से बेदखल किये जाने के बाद ईरान समर्थित हूतियों के खिलाफ हमला छेड़ने वाले सऊदी नीत गठबंधन में यूएई अहम सदस्य था। यूएई ने यमन में अपने सैनिकों की संख्या कम कर दी है, लेकिन वह संघर्ष में सक्रियता से शामिल है और हूतियों से लड़ रहे प्रमुख मिलीशिया का समर्थन करता है। वह यमन में आतंकवाद निरोधक अभियानों में अमेरिका के साथ भी सहयोग कर रहा है।

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पिछले कुछ सप्ताह में हूती विद्रोही दबाव में आ गये हैं और भारी नुकसान उठा रहे हैं, जहां यूएई समर्थित यमन के बलों ने देश के प्रमुख दक्षिणी और मध्य प्रांतों में विद्रोही समूहों को खदेड़ दिया है। यह घटना ऐसे समय में घटी है जब दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेइ-इन यूएई के दौरे पर हैं। संयुक्त अरब अमीरात के प्रधानमंत्री और दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम के साथ मून की मुलाकात के दौरान दोनों पक्षों ने यूएई को सतह से हवा में प्रहार करने वाली मध्यम दूरी की दक्षिण कोरियाई मिसाइलों की बिक्री के लिए करीब 3.5 अरब डॉलर का समझौता किया।


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सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।