एड-टेक कंपनियों के साथ शिक्षण संस्थानों को ‘फ्रेंचाइजी’ करार की अनुमति नहीं, UGC- AICTE ने छात्रों को किया आगाह

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने अपने मान्यताप्राप्त विश्वविद्यालयों और संस्थानों को आगाह किया है कि एड-टेक कंपनियों के साथ साझेदारी में दूरस्थ शिक्षा और ऑनलाइन मोड में अध्यापन वाले पाठ्यक्रम नहीं चलाएं।

एड-टेक कंपनियों के साथ शिक्षण संस्थानों को ‘फ्रेंचाइजी’ करार की अनुमति नहीं, UGC- AICTE ने छात्रों को किया आगाह

UGC- AICTE warns students

Modified Date: November 29, 2022 / 08:48 pm IST
Published Date: January 17, 2022 4:59 pm IST

UGC- AICTE warns students

नयी दिल्ली, 17 जनवरी (भाषा) विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने अपने मान्यताप्राप्त विश्वविद्यालयों और संस्थानों को आगाह किया है कि एड-टेक कंपनियों के साथ साझेदारी में दूरस्थ शिक्षा और ऑनलाइन मोड में अध्यापन वाले पाठ्यक्रम नहीं चलाएं। उन्होंने कहा कि नियमों के अनुसार, कोई ‘फ्रेंचाइजी’ करार की अनुमति नहीं है। यूजीसी और एआईसीटीई ने छात्रों तथा अभिभावकों को भी हिदायत दी है कि किसी भी पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने से पहले उनकी वेबसाइटों पर उस कार्यक्रम की मान्यता की स्थिति पता लगा लें।

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आयोग के सचिव रजनीश जैन ने एक आधिकारिक आदेश में कहा, ‘‘नियमों के अनुसार, उच्च शिक्षा संस्थान किसी फ्रेंचाइजी समझौते के तहत मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा (ओडीएल) या ऑनलाइन कार्यक्रम नहीं चला सकेंगे और वे संस्थान खुद कार्यक्रमों के लिए पूरी तरह जिम्मेदार होंगे। हालांकि यूजीसी के संज्ञान में हाल में आया है कि कुछ एड-टेक कंपनियां अखबारों, सोशल मीडिया तथा टेलीविजन पर विज्ञापन दे रही हैं कि वे यूजीसी द्वारा मान्यताप्राप्त कुछ विश्वविद्यालयों और संस्थानों के साथ मिलकर ओडीएल और ऑनलाइन मोड में डिग्री तथा डिप्लोमा कार्यक्रम चला रही हैं।’’

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उन्होंने कहा कि ऐसी एड-टेक कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एड-टेक कंपनियां प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करते हुए ऑनलाइन मंचों से शिक्षा प्रदान करती हैं। इसी तरह के एक नोटिस में एआईसीटीई ने भी शैक्षिक संस्थानों और एड-टेक कंपनियों के बीच किसी भी तरह के ‘फ्रेंचाइजी’ करार को लेकर आगाह किया है। इस माह के शुरू में शिक्षा मंत्रालय ने अभिभावकों और छात्रों को एक परामर्श जारी कर एड-टेक पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने तथा इसके लिए भुगतान करने से पहले, पूरी सावधानी बरतते हुए गहन पड़ताल करने को कहा था।

 


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com