रूसी हमले के खिलाफ तमाम कठिनाइयों के बावजूद डटे हुए हैं मारियुपोल में यूक्रेनी बल |

रूसी हमले के खिलाफ तमाम कठिनाइयों के बावजूद डटे हुए हैं मारियुपोल में यूक्रेनी बल

रूसी हमले के खिलाफ तमाम कठिनाइयों के बावजूद डटे हुए हैं मारियुपोल में यूक्रेनी बल

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:58 PM IST, Published Date : April 15, 2022/4:45 pm IST

ल्वीव (यूक्रेन), 15 अप्रैल (एपी) यूक्रेन में अजोव सागर के तट पर स्थित अहम बंदरगाह शहर मारियुपोल में लगातार जारी रूसी बमबारी के बावजूद यूक्रेनी बल हार मानने को तैयार नहीं है और युद्ध के मैदान में डटे हुए हैं।

तमाम कठिनाइयों के बावजूद यूक्रेनी बलों के डटे रहने के कारण रूस की पूर्वी यूक्रेन के डोनबास में हमला करने की योजना की शुरुआत में देरी हो रही है। रूस का मानना है कि कीव पर जल्द कब्जा कर लेने की कोशिश के नाकाम हो जाने के बाद पूर्व पर हमले से उसे युद्ध मैदान में लाभ होगा। रूस द्वारा 24 फरवरी को युद्ध शुरू करने के बाद से ही मारियुपोल उसके लिए अहम रहा है। यदि वह इस शहर पर कब्जा कर लेता है, तो वह यूक्रेन के क्रीमिया प्रायद्वीप के लिए एक जमीनी गलियारा बना सकेगा, जिस पर रूस ने 2014 में कब्जा कर लिया था और यूक्रेन को एक प्रमुख बंदरगाह एवं बेशकीमती औद्योगिक संपत्ति से वंचित कर दिया था।

मारियुपोल के मेयर वादिम बायचेंको ने ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि मारियुपोल में कम से कम 21,000 लोगों की मौत हो गई है और कई शव ‘‘गलियों में बिछे पड़े’’ हैं। उन्होंने दावा किया कि रूसी बलों ने दाह संस्कार के लिए गतिशील उपकरण तैनात किए हैं, ताकि नरसंहार के साक्ष्यों को छुपाने के लिए पीड़ितों के शवों का व्यवस्थित तरीके से निपटान किया जा सके और अंतरराष्ट्रीय संगठन को ‘‘रूसी सेना द्वारा की गई भयावहता’’ के प्रमाण नहीं मिल सकें।

कीव से रूसी बलों की वापसी के बाद वहां सैकड़ों शवों के मिलने के कारण वैश्विक स्तर पर इसकी आलोचना हुई है और यूक्रेन एवं पश्चिमी देशों ने रूस पर युद्ध अपराध करने के आरोप लगाए हैं।

बायचेंको ने कहा कि 36वीं मरीन ब्रिगेड, अजोव रेजीमेंट, गृह मंत्रालय के कुछ बल एवं सीमा सुरक्षा बल समेत कई यूक्रेनी इकाइयां मारियुपोल में रूसी बलों के खिलाफ अब भी लड़ रही हैं।

इस बीच, रूसी सेना ने बृहस्पतिवार को कहा कि कुल 1,160 यूक्रेनी मरीन ने इस सप्ताह आत्मसमर्पण कर दिया। इस दावे की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो पाई।

मारियुपोल में यूक्रेनी बलों के हार नहीं मानने के बीच यह आशंका पैदा हो गई है कि रूस रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है।

अजोव रेजीमेंट ने सोमवार को कोई सबूत मुहैया कराए बिना दावा किया कि एक ड्रोन ने उसकी चौकियों पर एक विषाक्त पदार्थ गिराया, लेकिन इससे कोई गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ। यूक्रेन के एक रक्षा अधिकारी ने कहा कि इस हमले में संभवत: फासफोरस युद्ध सामग्री का इस्तेमाल किया गया।

यूक्रेनी प्राधिकारियों ने आरोप लगाया है कि रूसी बलों ने मारियुपोल में मानवीय मदद को भी बाधित कर दिया है, जिसके कारण वहां भोजन, पानी और बिजली नहीं पहुंच पा रही।

एक स्वतंत्र सैन्य विशेषज्ञ ओले जदानोव ने ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ से कहा, ‘‘जब तक मारियुपोल में लड़ाई जारी है, रूस वहां से सैनिकों को नहीं हटा सकता और उन्हें डोनबास सहित अन्य क्षेत्रों में तैनात नहीं कर सकता।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मारियुपोल में यूक्रेनी सैनिक अन्य क्षेत्रों से रूसी सेना को दूर रखने का अपना मुख्य कार्य अब भी पूरा कर रहे हैं। मारियुपोल यूक्रेनी प्रतिरोध का एक प्रमुख प्रतीक बना हुआ है।’’

एपी सिम्मी मनीषा

मनीषा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)