संयुक्त राष्ट्र, 22 अगस्त (एपी) सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष राजदूत ने बृहस्पतिवार को कहा कि संघर्षविराम के कारण सीरिया के दक्षिणी शहर स्वेदा में फिलहाल हिंसा रुकी हुई है लेकिन यह कभी भी फिर भड़क सकती है।
संयुक्त राष्ट्र के राजूदत गेइर पेडरसन ने सुरक्षा परिषद को बताया कि संघर्षविराम के बाद स्वेदा में हिंसा काफी हद तक कम हो गई है लेकिन ‘‘फिर से संघर्ष शुरू होने का खतरा हमेशा बना हुआ है – साथ ही राजनीतिक रूप से विकेंद्रित ताकतें भी हैं जो सीरिया की संप्रभुता, एकता, स्वतंत्रता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए खतरा हैं।’’
दिसंबर में सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद को सत्ता से बेदखल कर दिया गया था और इसके बाद से ही सीरिया गहरे जातीय और धार्मिक विभाजन से जूझ रहा है।
मार्च में तटीय इलाकों में तथा जुलाई में स्वेदा में पुनः हिंसा भड़क उठी, जिसने वर्षों के गृहयुद्ध के बाद शांति को फिर से खतरे में डाल दिया है। स्वेदा में ड्रूज समुदाय के लोग रहते हैं।
स्वेदा में 13 जुलाई को ड्रूज लड़ाकों और स्थानीय सुन्नी मुस्लिम जनजाति बदू के लोगों के बीच झड़पें हुईं। सरकारी बलों ने व्यवस्था बहाल करने के कदम उठाए लेकिन कमोबेश ये बल बदू जनजाति के ही पक्ष में रहे।
इजराइल ने ड्रूज समुदाय के लोगों की रक्षा के लिए सरकारी बलों के काफिलों पर दर्जनों हवाई हमले किए थे।
पेडरसन ने सुरक्षा परिषद को एक वीडियो ब्रीफिंग में कहा कि हालांकि 19 जुलाई का संघर्षविराम समझौता काफी हद तक लागू है लेकिन ‘‘ हम अब भी स्वेदा के सीमांत क्षेत्रों में भारी शत्रुता और झड़पें देख रहे हैं और हिंसा किसी भी समय फिर से शुरू हो सकती है।’’
संयुक्त राष्ट्र के दूत ने कहा कि अंतरिम राष्ट्रपति अहमद अल-शरा के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के शासन में सुरक्षा बलों को यह दिखाने की तत्काल आवश्यकता है कि वे सभी सीरियाई लोगों की सुरक्षा के लिए काम कर रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र में मानवीय अभियानों के प्रमुख टॉम फ्लेचर ने सीरिया में मानवीय स्थिति को ‘गंभीर’ करार दिया और कहा कि देश भर में एक करोड 60 लाख लोगों को मानवीय सहायता की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि सहायताकर्मियों को सुरक्षा की जरूरत है। साथ ही उन्होंने इस माह मानवीय सहायता काफिलों पर हुए हमले का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भोजन और अन्य सहायता के लिए धन की सख़्त जरूरत है।
एपी शोभना वैभव
वैभव