सिग्नल चैट विवाद पर अमेरिकी सांसदों के सामने पेश होंगे वाल्ट्ज

सिग्नल चैट विवाद पर अमेरिकी सांसदों के सामने पेश होंगे वाल्ट्ज

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  • Publish Date - July 15, 2025 / 11:45 AM IST,
    Updated On - July 15, 2025 / 11:45 AM IST

संयुक्त राष्ट्र, 15 जुलाई (एपी) अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा संयुक्त राष्ट्र में देश के राजदूत पद के लिए नामित किए गए माइक वाल्ट्ज राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पद से हटाए जाने के बाद मंगलवार को पहली बार सांसदों के सवालों का सामना करेंगे।

वाल्ट्ज ने गलती से एक पत्रकार को ‘सिग्नल’ ऐप पर निजी चैट में जोड़ दिया था, जिसका उपयोग संवेदनशील सैन्य योजनाओं पर चर्चा के लिए किया जा रहा था। इसके बाद ही उन्हें सवालों का सामना करने के लिए बुलाया गया है।

पूर्व रिपब्लिकन सांसद सीनेट की विदेश संबंध समिति के सामने अपना पक्ष रखने के लिए पेश होंगे। ट्रंप महीनों की देरी और पहले नामित व्यक्ति के नाम वापस लेने के बाद कैबिनेट में खाली पद को भरने की कोशिश कर रहे हैं।

मार्च में जानकारी सामने आई थी कि वाल्ट्ज ने ‘द अटलांटिक’ के प्रधान संपादक जेफ्री गोल्डबर्ग को एक निजी चैट में जोड़ दिया था जिसे लेकर माइक वॉल्ट्ज कड़ी पूछताछ के लिए पहली बार सांसदों के सवालों का सामना करेंगे।

इस मैसेजिंग ऐप का उपयोग यमन में हूती विद्रोहियों पर हमलों की योजना पर चर्चा के लिए किया जा रहा था।

हालांकि, रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ के खिलाफ बढ़ती आलोचना के बीच वाल्ट्ज ने इसकी जिम्मेदारी ली थी। हेगसेथ ने वह संवेदनशील जानकारी ‘सिग्नल’ ऐप की उस चैट में साझा की थी, जिसमें कई अन्य उच्च स्तर के राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारी शामिल थे।

उन्होंने वही जानकारी एक और चैट में भी साझा की, जिसमें उनके परिवार के सदस्य शामिल थे। हालांकि ट्रंप ने साफ कर दिया है कि वह हेगसेथ का समर्थन करते हैं।

वाल्ट्ज को मई में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पद से हटा दिया गया था और उनकी जगह विदेश मंत्री मार्को रुबियो को नियुक्त किया गया था। इसके बाद उन्हें संयुक्त राष्ट्र में राजदूत के पद के लिए नामित किया गया था।

एपी खारी वैभव

वैभव