वोंग ने वैश्विक स्तर पर संबंधों में बदलावों के बीच सिंगापुर के सहयोगात्मक दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला |

वोंग ने वैश्विक स्तर पर संबंधों में बदलावों के बीच सिंगापुर के सहयोगात्मक दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला

वोंग ने वैश्विक स्तर पर संबंधों में बदलावों के बीच सिंगापुर के सहयोगात्मक दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला

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Modified Date: May 24, 2025 / 03:32 PM IST
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Published Date: May 24, 2025 3:32 pm IST

(गुरदीप सिंह)

सिंगापुर, 24 मई (भाषा) सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग ने बदलती दुनिया में अपने देश को एक सुनिश्चित स्थान दिलाने की अपनी सरकार की प्राथमिकताओं पर प्रकाश डालते हुए कहा है कि उनका देश वैश्विक स्तर पर संबंधों में बदलावों के बीच संवाद एवं भाईचारे को बढ़ावा देने और नियम आधारित व्यवस्था का समर्थन करने के लिए एक ‘‘स्थिर तथा रचनात्मक’’ साझेदार बनेगा।

वोंग ने शुक्रवार को अपनी नव-निर्वाचित सरकार के शपथग्रहण समारोह के बाद कहा कि विश्व की प्रमुख शक्तियां अपनी रणनीतियों का पुन: आकलन कर रही हैं तथा बढ़त हासिल करने के लिए अपने रुख में बदलाव कर रही हैं जिससे प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है और छोटे देशों पर इसके बीच फंसने या संवाद से पूरी तरह बाहर हो जाने का खतरा है।

उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया में बदलते संबंधों के बीच हम ऐसे स्थिर और रचनात्मक भागीदार होंगे जो शांति और स्थिरता में योगदान देने, संवाद एवं भाईचारे को आगे बढ़ाने और नियम-आधारित वैश्विक व्यवस्था का समर्थन करने के लिए इच्छुक और सक्षम होंगे।’’

वोंग ने कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य इस अनिश्चित दुनिया में सिर्फ आगे बढ़ना नहीं, बल्कि समान विचारधारा वाले साझेदारों के साथ काम करके और साझा सिद्धांतों एवं मूल्यों को कायम रखते हुए इसे बेहतर बनाने में मदद करना है ताकि छोटे देशों को भी उचित स्थान मिल सके।’’

वोंग ने कहा कि प्रमुख शक्तियों, विशेषकर अमेरिका एवं चीन के साथ अपने देश के व्यापारिक संबंधों को गहरा करना, उनके साथ सैद्धांतिक तरीके से ईमानदारी से बातचीत करना और उनकी प्रतिद्वंद्विता के बीच नहीं फंसना उनकी प्राथमिकता होगा।

अमेरिका-चीन प्रतिद्वंद्विता में व्यापार, प्रौद्योगिकी, सैन्य और राजनयिक संबंधों सहित कई प्रतिस्पर्धी और सहकारी पहलू शामिल हैं।

वोंग ने कहा, ‘‘जिन मामलों में हमारे हित समान होंगे, हम उनके (अमेरिका और चीन) साथ (उन मामलों में) मिलकर काम करेंगे। जहां वे (हित) समान नहीं होंगे, हम दृढ़ रहेंगे और सिंगापुर की सुरक्षा एवं संप्रभुता की रक्षा करेंगे।’’

उन्होंने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता इस ‘‘बदली हुई दुनिया’’ में सिंगापुर के लिए ‘‘एक सुनिश्चित स्थान’’ सुरक्षित करने की होगी।

वोंग ने कहा कि सिंगापुर अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका जैसे दुनिया के उन हिस्सों के देशों के साथ भी नए संबंध बनाने की कोशिश करेगा, जहां अभी तक इसकी खास मौजूदगी नहीं है।

उन्होंने कहा कि देश की आर्थिक रणनीतियों की समीक्षा की जाएगी और उन्हें नए परिदृश्य के अनुसार बदला जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार सिंगापुर की प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त को बनाए रखने और सिंगापुरवासियों के लिए रोजगार के अच्छे अवसर सृजित करने के लिए ‘‘हमारे अगले चरण का एक नया आर्थिक खाका’’ तैयार करेगी।

वोंग (52) ने तीन मई के आम चुनाव में भारी जीत हासिल की थी। उनके नेतृत्व में सत्तारूढ़ ‘पीपुल्स एक्शन पार्टी’ (पीएपी) ने देश की 15वीं संसद की 97 में से 87 सीट पर जीत हासिल की। सिंगापुर के राष्ट्रपति थर्मन शनमुगरत्नम ने इस्ताना (राष्ट्रपति भवन) में सिंगापुर के नए मंत्रिमंडल के शपथग्रहण समारोह की अध्यक्षता की।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जब हाल के चुनाव में जाति और धर्म के मुद्दे सामने आए, तो ‘‘हमने उन्हें हमें विभाजित नहीं करने दिया’’ और यह इस बात का संकेत है कि सिंगापुर एक समाज के रूप में कितना आगे पहुंच गया है तथा यह याद दिलाता है कि नस्ली एवं धार्मिक सद्भाव को हल्के में नहीं लिया जा सकता।

उन्होंने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय समुदाय और निवेशकों ने इन परिणामों पर ध्यान दिया होगा। वे एक ऐसा राष्ट्र देखेंगे जो एकजुट है, अपने नेताओं के पीछे मजबूती से खड़ा है और एक ऐसी सरकार में विश्वास रखता है जो अप्रत्याशित दुनिया में सिंगापुर की जगह सुरक्षित करने की ताकत रखती है।’’

भाषा

सिम्मी नेत्रपाल

नेत्रपाल

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)