इस देश के 96 फीसदी स्कूलों में लगी हैं कंडोम वेंडिंग मशीन, जानें क्या है वजह?

इस देश के 96 फीसदी स्कूलों में लगी हैं कंडोम वेंडिंग मशीन, जानें क्या है वजह?

इस देश के 96 फीसदी स्कूलों में लगी हैं कंडोम वेंडिंग मशीन, जानें क्या है वजह?
Modified Date: November 29, 2022 / 09:01 pm IST
Published Date: April 1, 2021 2:08 pm IST

पेरिस। फ्रांस के 96 फीसदी हाई स्कूलों में कंडोम वेंडिंग मशीनें लगाई गई हैं, सुरक्षित यौन संबंधों को बढ़ावा देने और कम उम्र में होने वाले गर्भावस्था के जोखिम को कम करने के लिए ऐसा किया गया है, इन मशीनों से जरूरत अनुसार कंडोम निकाले जा सकते हैं। एक अध्ययन में यह खुलासा किया गया है।

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गौरतलब है कि किसी जमाने में फ्रांस एड्स (AIDS) से बुरी तरह प्रभावित था, इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने सुरक्षित यौन संबंधों के लिए स्कूलों में कंडोम वेंडिंग मशीनें लगाई हैं, फ्रांस में पहली कंडोम वेंडिंग मशीन 1992 में लगाई गई थी, उस वक्त सरकार के फैसले का व्यापक विरोध हुआ था, खासकर स्कूल प्रशासन और समाज के कुछ वर्गों ने इस पर आपत्ति जताई थी।

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हालांकि अब जागरूकता अभियान का सरकार को फायदा मिला और लोगों ने इस फैसले को स्वीकार कर लिया, फ्रांस में, पिछले साल शिक्षा मंत्रालय द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार, राज्य से निधि प्राप्त करने वाले लगभग 96% हाई स्कूल, पब्लिक स्कूल और निजी स्कूलों में कंडोम वेंडिंग मशीन हैं।

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एक रिपोर्ट के अनुसार, 2019 में इले-दे-फ्रांस वह क्षेत्र था, जहां सबसे ज्यादा करीब 26 मिलियन कंडोम बेचे गए थे, इसके बाद ऑवरगने-रौन-अल्पेस में लगभग 14.6 मिलियन कंडोम बेचे गए थे, हालांकि, युवा पीढ़ी के बीच सुरक्षित यौन व्यवहार को बढ़ावा देने वाला फ्रांस एकमात्र देश नहीं है, संयुक्त राज्य अमेरिका में भी सार्वजनिक स्कूलों में कंडोम बांटे गए थे।

 


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com