लोरमी: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव संपन्न हो चुके है। सभी 90 विधानसभाओं के लिए वोटिंग के साथ ही प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो चुकी है। हर दल और हर प्रत्याशी खुद के जीत का दावा कर रहे है। वही बड़ी पार्टियां मसलन भाजपा और कांग्रेस के भीतर एक बार फिर से छत्तीसगढ़ का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा जैसे सवाल आ खड़े हुए है। कांग्रेस के भीतर यह स्थिति टीएस सिंहदेव और भूपेश बघेल की मौजूदा स्थिति की वजह से है तो वही भाजपा के अंदर भी जीत के हालात में किसके सिर सीएम का ताज सजेगा यह बड़ा सवाल है। हालांकि न कोई नेता और न ही दलों के नेतृत्व ने अब तक इस सवाल पर तस्वीर साफ की है बावजूद मीडिया के बीच पहुंचे नेताओं से यह सवाल प्रमुखता से पूछे जा रहे है।
आज मतदान के बाद जब आईबीसी24 ने मौजूदा सीएम भूपेश बघेल से यह सवाल पूछा गया तो उन्होंने साफ कहा कि यह तो जीते हुए विधायक और पार्टी का हाईकमान तय करेगा। भूपेश बघेल ने कहा इस बार उन्हें सामने रखकर चुनाव लड़ा गया। पार्टी ने मेरे नेतृत्व में चुनाव लड़ने का फैसला किया। आगे का फैसला हाईकमान और विधायक करेंगे।
वही जब यह सवाल अरुण साव से पूछा गया कि भाजपा के जीत के दावे के बीच अगर सरकार बनाने में भगवा पार्टी सफल रहती है तो उनकी तरफ से किसे प्रदेश की कमान सौंपी जाएगी? इस सवाल पर अरूण साव ने कहा कि वह बहुत छोटे कार्यकर्ता है और पार्टी ने इस छोटे कार्यकर्ता को प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर बड़ी जिम्मेदारी दी है। प्रदेश प्रमुख के तौर पर उनकी प्राथमिकता यह है कि छत्तीसगढ़ में पार्टी को बहुमत मिले, पार्टी की सरकार बने। ऐसे में सरकार का नेतृत्व कौन करें यह पार्टी का विधायक दल और पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व करेगा।
उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल की सरकार ने जो दुर्दशा प्रदेश का किया है उसे दूर करते हुए छत्तीसगढ़ को खुशहाली और तरक्की की दिशा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अगुवाई में ले जाने का काम वह करेंगे। भाजपा के मोदी की गारंटी को प्रदेश के हर घर तक पहुँचना भी उनकी प्राथमिकताओं में है। आप भी सुनें पूरी बातचीत