रायपुर: CG Vidhan Sabha Chunav 2023 छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश सहित पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव का ऐलान हो चुका है। चुनावी आगाज के बाद अब भाजपा-कांग्रेस सहित सभी दलों ने उम्मीदवारों के नाम पर मंथन शुरू कर दिया है। छत्तीसगढ़ में दोनों ही दलों ने लगभग सभी सीटों के उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। जबकि मध्यप्रदेश में कई सीटों पर पेंच फंसा हुआ है। लेकिन दोनों ही राज्यों में भाजपा-कांग्रेस की सूची में ‘सिंधिया’ का दबदबा देखने को मिला है। मध्यप्रदेश भाजपा में सिंधिया का दबदबा तो समझ में आता है, लेकिन छत्तीसगढ़ में भी सिंधिया का दबदबा देखने को मिला है। हैरानी की बात ये है कि सिंधिया का दबदबा कांग्रेस की सूची में देखने को मिला है। तो चलिए समझते हैं क्यों छत्तीसगढ़ काग्रेस के की सूची में सिंधिया की चली?
CG Vidhan Sabha Chunav 2023 दरअसल ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित करीब 21 नेताओं ने कांग्रेस का साथ छोड़कर भाजपा का दामन छोड़ लिया था। सिंधिया और उनके समर्थकों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस की सरकार गिर गई थी। सिंधिया और उनके समर्थकों से मिलकर भाजपा ने तो सरकार बना ली, लेकिन भाजपा में दो फाड़ की स्थिति पैदा हो गई। ऐसा इसलिए क्योंकि उपचुनाव में भाजपा ने अपने नेताओं को नजरअंदाज कर सिंधिया समर्थकों को मौका दिया था। हालांकि इमरती देवी सहित कुछ नेताओं को हार का सामना करना पड़ा था।
वहीं, बात करें विधानसभा चुनाव 2023 की तो इस बार भी भाजपा ने सिंधिया समर्थकों का विशेष ध्यान रखा है। इस चुनाव में भाजपा ने प्रदुधम्न सिंह तोमर, गोविंद सिंह राजपूत, प्रभुराम चौधरी, मनोज चौधरी, राजवर्धन सिंह दतीगांव को भाजपा ने चुनावी मैदान में उतारा गया है। साथ ही ये भी कहा जा रहा है कि भाजपा अपनी अगली सूची में सिंधिया खेमे के कई और नेताओं के नाम पर मुहर लग सकती है।
बात करें छत्तीसगढ़ की तो यहां भी कांग्रेस पार्टी ने सिंधिया के स्टूडेंट्स को तवज्जो दिया है। जी हां हम बात कर रहे हैं उन नेताओं की जिन्होंने ‘The Scindia School’ से शिक्षा हासिल की है। कांग्रेस पार्टी ने यहां तीन ऐसे नेताओं को चुनावी मैदान में उतारा है, जिन्होंने सिंधिया स्कूल से शिक्षा हासिल की है। इनमें टीएस सिंहदेव: सरगुजा सीट (1969), जतिन जायसवाल: जगदलपुर सीट(1983), राघवेन्द्र सिंह: अकलतरा सीट।