Chunavi Chaupal in Mungeli : Mungeli ke Matdataon ki rai

Chunavi Chaupal in Mungeli : भाजपा के लिए चुनौती बन सकते हैं ये मुद्दें, इस बात को लेकर नाराज है मुंगेली की जनता! 2023 में किसकी होगी जीत?

Chunavi Chaupal in Mungeli : भाजपा के लिए चुनौती बन सकते हैं ये मुद्दें, Chunavi Chaupal in Mungeli : Mungeli ke Matdataon ki rai

Edited By :   Modified Date:  March 23, 2023 / 08:45 PM IST, Published Date : March 23, 2023/8:45 pm IST

मुंगेलीः Chunavi Chaupal in Mungeli छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के साल 2023 बेहद खास रहने वाला है। दोनों राज्यों में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने है। लिहाजा अब दोनों ही प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मिया बढ़ रही है। विपक्ष सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है तो वहीं सरकार भी पुराने कार्यकाल में हुए कार्यों का हवाला देते हुए निशाना साध रही है।

इस चुनावी साल में एक बार फिर हम आपके पास आ रहे है। चुनावी चौपाल के जरिए हम आपसे संवाद कर आपके मुद्दों को जानेंगे और सरकार की योजनाओं सहित विधायकों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के प्रदर्शन पर फीडबैक लेंगे। इसी कड़ी में आज हम पहुंचे है छत्तीसगढ़ के मुंगेली विधानसभा सीट पर…

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Chunavi Chaupal in Mungeli छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले से अलग होकर मुंगेली जिला बना है। आगर नदी, मनियारी, रहन और शिवनाथ नदी के आंचल में फैले इस जिले में अचानकमार, टाईगर रिजर्व सहित सेतगंगा, मदकूद्वीप जैसे ऐतिहासिक स्थल भी सैलानियों के आकर्षण का केंद्र हैं। मुंगेली विधानसभा के मतदाताओं की संख्या की बात करें तो निर्वाचन आयोग की ताजा आंकड़ों को मुताबिक यहां 2 लाख 19 हजार के पार हैं।

यहां की राजनीति के बात करें तो यह सीट अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित है। प्रदेश के पिछड़े क्षेत्रों में शुमार मुंगेली अनुसूचित जाति, जनजाति बाहुल्य क्षेत्र है। ऐसे में किसी भी पार्टी की जीत और हार इन्हीं के मतों पर निर्भर करती है। पिछले डेढ़ दशक से यहां भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है। यहां से भाजपा के कद्दावर नेता माने जाने वाले पुन्नू लाल मोहले चुनाव लड़ते हैं और लगातार यहां से जीतते आ रहे हैं। 2018 में वह लगातार तीसरी जीत दर्ज की है।

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2018 में भाजपा ने लगाई थी हैट्रिक

2018 में कांग्रेस की लहर के बाद भी भाजपा इस सीट को बचाने में कामयाब रही थी। मुंगेली विधानसभा सीट पर भाजपा के पुन्नुलाल मोहले और कांग्रेस के राकेश पटोरे चुनावी मैदान पर थे। कड़े मुकाबले में बीजेपी के पुन्नुलाल मोहले ने कांग्रेस उम्मीदवार को 8487 वोटों से मात दी थी। बीजेपी उम्मीदवार को 60469 वोट मिले। वहीं, कांग्रेस के राकेश पटोरे को 51982 वोट मिले। मोहले ने इस विधानसभा चुनाव में 10वीं जीत का रिकार्ड बनाया है।

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2013 के नतीजे
बीजेपी के पुन्नुलाल मोहले को 61026 वोट मिले थे।
कांग्रेस के चंद्रभान को 58281 वोट मिले थे।

2008 के नतीजे
बीजेपी के पुन्नुलाल मोहले को 52074 वोट मिले थे।
कांग्रेस के चूरावान मंगेशकर को 41749 वोट मिले थे।

2003 के परिणाम
कांग्रेस के चंद्रभान को 41377 वोट मिले मिले थे।
बीजेपी के विक्रम मोहले को 34621 मिले थे।

पुन्नू लाल मोहले को मिल रहा अनुभव का लाभ

Chunavi Chaupal in Mungeli लंबे समय बाद साल 2012 में जिले की मांग मुंगेली की पूरी हुई, जो बड़ी उपलब्धि रही, लेकिन मुंगेली आज भी विकास के लिये तरसता ही दिख रहा है। इसके बाद यहां भारतीय जनता पार्टी लगातार जीत दर्ज करती आई है। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह है पुन्नू लाल मोहले की छवि। पुन्नू लाल मोहले अनुसूचित जाति वर्ग से आते हैं। ग्रामीण इलाके के मतदाताओं के साथ उनका खासा जुड़ाव है और ग्रामीणों के सुख-दुख में मोहले जरूर शामिल होते हैं। 2018 के चुनाव में मोहले इस चीज का फायदा मिला और 10 बार चुनाव जीते। इनमें 4 बार लोकसभा और 6 बार विधानसभा शामिल है।

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मुंगेली विधानसभा के मुद्दें

लंबे समय बाद साल 2012 में जिले की मांग मुंगेली की पूरी हुई, जो बड़ी उपलब्धि रही, लेकिन मुंगेली आज भी विकास के लिये तरसता ही दिख रहा है। मुंगेली कृषि प्रधान जिला है। कृषि के अलावा यहां रोजगार का कोई और साधन जैसे उद्योग नहीं हैं। कृषि के लिये ब्रिटिश काल का बना मनियारी जलाशय जिले के लिये जीवन दायनी माना जाता है। तो वहीं मैकल पर्वतों घिरे मुंगेली की पहचान अचानकमार टाईगर रिजर्व है। साथ ही खुदाई से निकला मद्कूद्वीप का ऐतिहासिक मंदिर मुंगेली जिले की शान कहलाता है, लेकिन दुर्भाग्य ही है कि इनके उत्थान के लिये कोई व्यापक पहल नहीं की गई। जिला अस्पताल और मातृ शिशु अस्पताल बनाये तो गए, लेकिन वहां डॉक्टरों की कमी हैं। ऐसे ही कई निर्माण कार्य जो आज भी अधूरे हीं है। सड़कों का जाल तो बिछा पर गुणवत्ताहीन होने के कारण बनते ही सड़क उखड़ने लगी।