mp assembly election 2023: रतलाम। पूर्व सांसद कांग्रेस नेता प्रेमचंद गुड्डू आलोट से निर्दलीय लड़ सकते हैं। आलोट में आज अपने समर्थक कांग्रेस कार्यकर्ताओं से साथ उन्होंने बैठक की। इसमें प्रेमचंद गुड्डू से कार्यकर्ताओं ने चुनाव लड़ने का निवेदन किया है। आलोट से विधानसभा चुनाव का टिकट नहीं मिलने से गुड्डू और उनके समर्थक नाराज है।
आलोट विधानसभा में भाजपा के बाद अब कांग्रेस में भी बगावत के स्वर उभर आए हैं। प्रदेश कांग्रेस द्वारा जारी सूची में आलोट से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में पुन विधायक मनोज चावला को उम्मीदवार घोषित किए जाने से कांग्रेस कार्यकर्ताओं का एक बड़ा खेमा नाराज हो गया। कार्यकर्ताओं के नाराज खेमे ने अपनी रणनीति बनाने के लिए आज एक बैठक रखी। बैठक में नाराज कार्यकर्ताओं ने उज्जैन आलोट क्षेत्र के पूर्व सांसद कांग्रेस नेता प्रेमचंद गुड्डू को विशेष रूप से आमंत्रित किया । बैठक में नाराज कार्यकर्ता प्रदेश हाईकमान से टिकट परिवर्तन करने की मांग करेंगे और टिकट में परिवर्तन नहीं होने पर अपनी ओर से पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू को चुनाव मैदान में उतारेंगे। कांग्रेस टिकट नहीं मिलने से नाराज प्रेमचंद गुड्डू ने भी निर्दलीय मैदान में उतरने को लेकर कहा कि जो कार्यकर्ताओं की भावना होगी वही करूंगा।
आलोट कांग्रेस के नाराज कार्यकर्ताओं की यह बैठक पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू के कार्यालय पर ही हुई । बैठक में करीब दो हजार से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ता और कांग्रेस पदाधिकारी शामिल थे। सभी ने कांग्रेस हाईकमान से आलोट से कांग्रेस टिकट परिवर्तन करने की मांग की। इसके लिए नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं का एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली और भोपाल जाकर कांग्रेस हाई कमान को अवगत कराएंगे अगर कांग्रेस हाईकमान टिकट परिवर्तन नहीं करता है तो पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू को निर्दलीय चुनाव मैदान में उतारा जाएगा।
इस विधानसभा चुनाव में आलोट से पूर्व में विधायक एवं उज्जैन आलोट संसदीय क्षेत्र से सांसद रहे प्रेमचंद गुड्डू ने भी कांग्रेस से टिकट के लिए दावेदारी ठोकी थी। मगर प्रदेश कांग्रेस ने वर्तमान विधायक मनोज चावला को ही टिकट देते हुए कांग्रेस प्रत्याशी घोषित किया है। ऐसे में अगर पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू निर्दलीय रूप से चुनाव मैदान में उतरते है तो यह कांग्रेस प्रत्याशी मनोज चावला के लिए बड़ी मुसीबत हो जाएगी। क्यों की पिछला चुनाव में कांग्रेस ने एकजुटता के साथ लड़ा था तब भी केवल 5 हजार से चुनाव जीता था।
पिछले चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी मनोज चावला के साथ आलोट के दो कद्दावर नेता जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष वीरेंद्र सोलंकी और निजाम काजी साथ थे जो अब आलोट की राजनीति छोड़कर जावरा जा चुके है। प्रेमचंद गुड्डू का निर्दलीय रूप से मैदान में आने से कांग्रेस के कार्यकर्ता अगर उनके साथ आ गए तो कांग्रेस प्रत्याशी मनोज चावला की जीत की राह मुश्किल हो जाएगी। पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू चुनाव मैदान में कूदते है तो वह आर्थिक रूप से काफी सक्षम है और अपने साथ आने वाले कार्यकर्ताओं को चुनाव मैदान में उतरने के लिए वह किसी भी संसाधन की कमी नहीं होने देंगे।