MP Assembly Elections 2023: दोस्ती की साइकिल..पंजे से पंचर! क्या कांग्रेस और सपा की लड़ाई का फायदा बीजेपी को होगा?
MP Assembly Elections 2023: दोस्ती की साइकिल..पंजे से पंचर! क्या कांग्रेस और सपा की लड़ाई का फायदा बीजेपी को होगा?
भोपाल। MP Assembly Elections 2023 2024 के लिए आकार ले रहे विपक्षी गठबंधन INDIA अपनी पहली परीक्षा में ही फेल होता नजर आ रहा है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के गठबंधन की अब गुंजाइश नहीं बची है। कमलनाथ औऱ अखिलेश यादव के बयान ये बता रहे हैं कि इसका असर न सिर्फ मध्यप्रदेश बल्कि देशभर के लिए बने इंडिया अलायंस पर पड़ने वाला है। अखिलेश यादव का गुस्सा सातवें आसमान पर है। कांग्रेस मनाने की कोशिशें कर रही है। लेकिन ये तय है कि इंडिया गठबंधन के टूट की स्क्रिप्टिंग मध्यप्रदेश से लिखी जाना शुरु हो गयी है। फिलहाल एमपी में कांग्रेस ने सपा को गच्चा देकर 229 प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है। क्या चुनाव में सपा से लड़ाई कांग्रेस को भारी पड़ेगी? क्या इस लड़ाई और दरारों का 2024 पर असर होगा। क्या कांग्रेस और सपा की लड़ाई का फायदा बीजेपी को होगा।
MP Assembly Elections 2023 एमपी के चुनावों के जरिए इंडिया गठबंधन की दरारें अब साफ नज़र आने लगी हैं। कमलनाथ के बयान पर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव भड़क गए हैं। अखिलेश यादव ने ये तक कह दिया है कि अगर पहले मालूम होता तो हम कांग्रेस नेताओं का फोन तक नहीं उठाते। खैर अखिलेश का गुस्सा शांत होता उसके पहले कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में फिर अखिलेश को लेकर बयान दे दिया। इधर, कमलनाथ के बयान पर फिर अखिलश यादव बिफरे हैं।
चुनाव सिर पर है और इंडिया गठबंधन के दल राज्यों में झगड़ रहे हैं। अंदाजा लगाया जा सकता है कि एक राज्य के चुनाव में जब इंडिया गठबंधन के सदस्यों में इतनी खिटपिट है तो आम चुनावों के दौरान क्या तस्वीर बनेगी। हालांकि कांग्रेस ने अपने 229 प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है। उन जगहों पर भी जहां समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी पहले दूसरे और तीसरे नबंर पर रहे हैं। कांग्रेस की सूची देख सपा ने भी अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान करना शुरु कर दिया हैं। उधर INDIA गठबंधन में मची कलह पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तंज कसते हुए कहा कि, इंडी गठबंधन तो बनने से पहले ही टूट गया, क्योंकि ये घमंडिया लोग हैं। सीएम शिवराज के बयान पर AICC आईटी सोशल मीडिया की हेड सुप्रिया श्रीनेत ने पलटवार किया ।
फिलहाल अखिलेश नाराज़ हैं। नाराज़गी का असर कांग्रेस को मध्यप्रदेश के चुनावों में कितना होगा ये तो वक्त ही बताएगा। मगर हां ये सच कि, समाजवादी पार्टी मध्यप्रदेश की तकरीबन 2 दर्जन सीटों पर जबरदस्त प्रभाव रखती है। उधर बीजेपी सपा औऱ कांग्रेस के बीच की रार का सीधा फायदा बीजेपी उठाने की कोशिशें शुरु कर चुकी है।

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