पटना, छह दिसंबर (भाषा) बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने शनिवार को राज्य में ‘अपराध तथा अपराधी ट्रैकिंग नेटवर्क एवं प्रणाली’ (सीसीटीएनएस) पोर्टल की शुरुआत की।
बिहार पुलिस मुख्यालय में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ विभागीय समीक्षा बैठक में गृह विभाग का प्रभार संभाल रहे चौधरी ने कहा, ‘‘यह पोर्टल पुलिस और जनता के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करेगा और पुलिस थाने के चक्कर लगाने की आवश्यकता कम करेगा।’’
उन्होंने बताया कि इस मंच की शुरुआत ई-गवर्नेंस के माध्यम से ‘‘पुलिस द्वारा दी जा रही सेवाओं को अधिक सुलभ, पारदर्शी और दक्ष’’ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उप मुख्यमंत्री ने राज्य में कानून-व्यवस्था मजबूत करने के लिए कई निर्देश भी दिए।
चौधरी ने अधिकारियों को अवैध खनन में इस्तेमाल होने वाले वाहनों की जल्द से जल्द जब्ती और उन्हें 15 दिनों के भीतर नीलाम करने का निर्देश दिया, साथ ही इसमें शामिल लोगों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज करने को कहा।
उन्होंने परीक्षाओं के दौरान प्रश्नपत्र लीक की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए विशेष टीम गठित करने और आरोपियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने का आदेश दिया।
उपमुख्यमंत्री ने साइबर अपराध के मामलों में त्वरित गिरफ्तारी सुनिश्चित करने और केंद्रीय एजेंसियों के साथ समन्वय बढ़ाने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि साइबर अपराध का पर्दाफाश होने की जानकारी ‘‘व्यापक पैमाने पर प्रसारित’’ की जानी चाहिए, ताकि लोगों का पुलिस पर विश्वास बढ़े।
चौधरी ने कहा कि सभी स्कूलों और कॉलेजों में, विशेषकर लड़कियों और महिलाओं के लिए, साइबर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए।
उपमुख्यमंत्री ने ‘‘संगठित अपराध’’ पर कड़ी कार्रवाई और जेल प्रशासन में सुधार की भी आवश्यकता बताई।
उन्होंने अधिकारियों को जेल में भोजन की गुणवत्ता बेहतर करने और सभी वार्डों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्देश दिया।
चौधरी ने वरिष्ठ अधिकारियों को गृह विभाग में रिक्त तकनीकी और पेशेवर पदों को भरने के लिए सामान्य प्रशासन विभाग से ‘‘तत्काल तौर पर नियुक्ति या प्रतिनियुक्ति’’ का अनुरोध करने को कहा।
एक दिन पहले राज्य सरकार ने ‘अभय ब्रिगेड’ के गठन की घोषणा की थी, जो स्कूलों, कॉलेजों, बाजार क्षेत्रों और अन्य संवेदनशील स्थानों पर महिलाओं के उत्पीड़न को रोकने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई विशेष इकाई है।
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राखी माधव
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